- वाराणसी में मोबाइल एक्सेसरीज की कालाबाजारी
- वणिज्यकर विभाग ने पकड़ी सात लाख की एक्सेसरीज
- सारे सामान का नहीं था बिल, जिसके बाद हुई कार्रवाई
Varanasi cantt station: धार्मिक नगरी वाराणसी में भी मोबाइल एक्सेसरीज की कालाबाजारी शुरू हो गई है। ऐसा ही एक मामला कैंट रेलवे स्टेशन पर पकड़ में आया है। वाणिज्यकर विभाग की एसआइबी ने कैंट रेलवे स्टेशन से करीब सात लाख की मोबाइल एक्सेसरीज पकड़ी गई है। यह नई दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से मंगाई गई थी। इसका बिल भी नहीं था। विभाग ने फिलहाल यह सामग्री जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार की शाम तक कोई व्यापारी सामने नहीं आया था।
गौरतलब है कि बनारस की मशहूर बाजार गोदौलिया, लहुराबीर, कैंट रेलवे स्टेशन के पीछे, गिलट बाजार व दालमंडी सहित शहर के कई थोक बाजारों में मोबाइल एक्सेसरीज का करोड़ों का कारोबार होता है। इसमें माोबाइल के कलपूर्जे के साथ ही चार्जर, ब्लू टूथ, ईयर फोन, बैटरी, टैंपर्ड ग्लास, बैक कवर आदि शामिल है। यहीं से पूरे पूर्वांचल में भी इसकी आपूर्ति होती है। बनारस के गोदौलिया दालमंडी नवरा वीर के बाजारों में बिहार से भी सामान आते हैं।
जांच में जब्त हुई 7 लाख की एक्सेसरीज
सूत्रों का कहना है कि, इन एक्सेसरीज के खरीद-बिक्री का हिसाब-किताब बहुत कम ही व्यापारी ही देते हैं। अधिकतर की दुकान बिना बिल-बाउचर के ही चल रही है। यही कारण है कि, बिना बिल यानी बिना टैक्स चुकाए ही करोड़ों की मोबाइल एसेसीरिज की खपत यहां होती है। इसी पर शिकंजा कसने के लिए एसआईबी की टीम ने कैंट रेलवे स्टेशन पर छानबीन की। दिल्ली से आई एक ट्रेन में आए माल की जांच की गई।
वाणिज्यकर विभाग जोन प्रथम के अपर आयुक्त मिथिलेश कुमार शुक्ला के निर्देशन में टीम ने जांच की गई। इसमें मोबाइल एक्सेसरीज की 25 नग पकड़ी गई। विभाग के संयुक्त आयुक्त अनिल कुमार ने बताया कि, मोबाइल एक्सेसरीज की पकड़ी गई 25 नग को जब्त कर लिया गया है। इसकी कीमत करीब सात लाख बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, अभी इस माल को छुड़ाने के लिए कोई व्यापारी सामने नहीं आया है। वैसे माल जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। व्यापारी के आने के बाद कर निर्धारण एवं जुमार्ने की राशि तय की जाएगी।