- आईआईटी बीएचयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में हुआ शोध
- कूल रेडिएटिव कोटिंग से मिलेगा ठंडा पानी
- सरकार को भी इससे करवाया जाएगा अवगत
Cool Radiative Coating Research: प्रचंड गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है, हालांकि पिछले दो दिन से तेज धूप और गर्म हवाओं से लोगों को राहत मिली है। उत्तर पूर्वी नम हवाओं के चलने की वजह से तापमान में गिरवाट दर्ज की गई है। वहीं, गर्मी के इस मौसम में हर किसी को ठंडा पानी और कमरे में गर्मी से राहत की जरूरत है। दिन में इतनी तेज धूप हो रही है कि छत पर रखी पानी की टंकी का पानी गर्म हो जाता है। तापमान के बढ़ते रहने की वजह से एसी का लोड भी बढ़ जा रहा है। इससे राहत के लिए वाराणसी में आईआईटी बीएचयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में कूल रेडिएटिव कोटिंग तैयार की है, जिससे कमरे की छत और टंकी का पानी गर्म नहीं होगा।
वैज्ञानिक डॉ. जहर सरकार के निर्देशन में इस पर चल रहा शोध पूरा हो गया है और इससे अब सरकार को भी अवगत कराया जाएगा। प्रलय मैती के निर्देशन में जयप्रकाश ने शोध में अहम भूमिका निभाई।
कोटिंग लगने के बाद टंकी में नहीं पहुंचेगी धूप
डॉ. जहर ने बताया कि पानी की टंकी पर केवल कूल रेडिएटिव कोटिंग होगी। इसकी खासियत है कि इसके प्रयोग के लिए किसी तरह की बिजली की कोई जरूरत नहीं होती है। पॉलिमर और नैनो पार्टिकल से तैयार इस कोटिंग के लगने के बाद धूप किसी भी तरह से अंदर टंकी में नहीं पहुंचती है। छत पर धूप की सतह न पड़ने से कमरे में भी ज्याद गर्मी नहीं लगेगी। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट अब अंतिम चरण में हैं। जल्द ही इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भी भेजा जाएगा।
कोटिंग लगाने में आएगा इतना खर्च
आपको बता दें कि 10 फीट चौड़े और 15 फीट लंबे कमरे में इस कोटिंग को लगाने में करीब 10 हजार रुपये खर्च होंगे। वहीं, अगर इसका निर्माण इंडस्ट्री लेवल पर किया जाएगा तो खर्च 6000 रुपये तक ही आएगा। पानी की टंकी में इस कोटिंग को लगाने में करीब 5000 रुपये खर्च करने होंगे। जबकि उद्योग के स्तर पर इसका खर्च आधा ही रह जाएगा। इसे लगाने के बाद रात में एसी चलाने की जरूरत ही नहीं होगी। बताया जा रहा है कि जैसे ही धूप कम होगी वैसे ही यह कोटिंग तेजी से सतह को ठंडा कर देती है। इसके अलावा पानी को ठंडा करने के लिए कोटिंग के नीचे पैनल लगते हैं। पानी इन पैनलों से होकर जाएगा, ऐसे में उसकी गर्मी भाप के रूप में बाहर निकल जाएगी।