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PoK में कार्यकर्ता ने उतारा पाकिस्‍तानी झंडा, मिलने लगी जान से मारने की धमकियां

Updated Aug 22, 2020 | 07:48 IST

PoK news: पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर में एक कार्यकर्ता ने खुद ही पाकिस्‍तान का झंडा उतार दिया, जिसके बाद उसका आरोप है कि PAK एजेंसियां उसका पीछा कर रही हैं और उसे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
PoK में कार्यकर्ता ने उतारा पाकिस्‍तानी झंडा, मिलने लगी जान से मारने की धमकियां
मुख्य बातें
  • पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर में एक शख्‍स ने खुद ही पाकिस्‍तानी झंडा उतार दिया
  • कार्यकर्ता का कहना है कि प्रशासन ने मांग नहीं सुनी, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया
  • शख्‍स को इसके बाद से धमकियां मिल रही हैं और PAK एजेंसियां पीछा भी कर रही हैं

मुजफ्फराबााद : पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्‍मीर (PoK) में लोग आए दिन अपने अधिकारों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। स्‍थानीय प्रशासन पर भेदभाव आरोप लगाते हुए वे कई बार सड़कों पर उतरे हैं, जिसके बाद उन्‍हें पाकिस्‍तानी सुरक्षा बलों की ज्‍यादती का शिकार भी होना पड़ा। अब ऐसा ही वाकया पीओके में एक बार फिर सामने आया है, जहां एक शख्‍स ने पाकिस्‍तान झंडे को उतारने की मांग को लेकर भूख हड़ताल किया।

खुद उतार दिया पाकिस्‍तानी झंडा

पाकिस्‍तानी के कब्‍जे वाले कश्‍मीर में सक्रिय इस एक्टिविस्‍ट की मांग थी कि दादयाल इलाके से पाकिस्‍तान का झंडा हटाया जाए। उसने इसे लेकर भूख हड़ताल किया और जब उसकी मांग नहीं मानी गई तो उसने खुद ही ऊंचाई पर चढ़कर इस झंडे को उतार दिया। उसका आरोप है कि इसके बाद से पाकिस्‍तानी एजेंसियां उसका पीछा कर रही हैं और उसे जान से हाथ धो बैठने की धमकी तक दी जा रही है।

मांग को लेकर भूख हड़ताल भी किया

पीओके में रहने वाले इस कार्यकर्ता का नाम तनवीर अहमद बताया जा रहा है। दादयाल इलाके से पाकिस्‍तानी झंडा उतारे जाने की मांग को लेकर वह पिछले कुछ समय से भूख हड़ताल पर थे। उन्‍होंने यह कहते हुए स्‍थानीय प्रशासन से यहां से पाकिस्‍तानी झंडे को उतारने की मांग की थी कि यह एक तटस्‍थ क्षेत्र है और यहां पाकिस्‍तानी झंडा किसी विदेशी प्रतीक चिह्न की तरह है। इसलिए इसे उतारा जाना चाहिए।

स्‍थानीय प्रशासन ने हालांकि उनकी मांग अनसुनी कर दी, जिसके बाद उन्‍होंने खुद ही एक पोल पर लगे पाकिस्‍तानी झंडे को उतार दिया। वह क्षेत्र में पाकिस्‍तान के अवैध कब्‍जे का विरोध और पाकिस्‍तानी फौज व अधिकारियों के क्षेत्र छोड़कर जाने की मांग भी करते रहे हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तानी सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी वजह से उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही हैं।