- अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 3 नवंबर को होना है
- चुनाव में ट्रंप का मुकाबला बाइडेन से होना है
- ट्रंप के भाषणों में चीन का नाम लगातार सुना जा रहा है
वाशिंगटन : अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, सियासी बयानबाजियां तेज होती जा रही हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों में चीन का नाम बार-बार सुना जा रहा है। एक बार फिर उन्होंने अपने डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन पर तीखे हमले करते हुए कहा है कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो अमेरिका को चीन चलाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस देश के लोग हालांकि ऐसा होने नहीं देंगे।
ट्रंप का यह बयान राष्ट्रीय नीति परिषद 2020 के उनके संबोधन के दौरान आया, जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा कि बाइडेन ने अपने भाषणों में अब तक चीन का नाम नहीं लिया है और वास्तव में चीन यही चाहता है कि बाइडेन यह चुनाव जीतें, ताकि वह अपने अनुसार इस देश को चला सके। उन्होंने कहा, 'आपने खुफिया रिपोर्ट्स देखी है। चीन चाहता है कि बाइडेन जीते...अगर ऐसा होता है तो चीन हमारे देश को चलाएगा और हम ऐसे होने नहीं देंगे।'
डेमोक्रेटिक पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 3 नवंबर को होना है, जिसमें ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन से होगा। ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर अमेरिका को तोड़ने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, 'यह डेमोक्रेटिक पार्टी के गुस्से और नफरत को खारिज करने का समय है। हमारे जीवनकाल का सबसे बड़ा चुनाव आने वाला है। ऐसी कोई भी पार्टी अमेरिका का नेतृत्व नहीं कर सकती, जो इसे तोड़ने में लगी रहती है।'
इससे पहले ट्रंप पर हमला करते हुए बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति ने देश के लोगों को लंबे समय तक अंधेरे में रखा है और देश आज विभाजन की कगार पर पहुंच गया है। यहां लोगों में भारी नाराजगी है और सब साथ मिलकर ही इस अंधेरे से निकल सकते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर मैं राष्ट्रपति बना तो अच्छा काम करूंगा, गलत नहीं। मैं रोशनी लाऊंगा, अंधेरा नहीं। हम सभी लोगों के एक साथ आने का समय आ गया है।'