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Afghanistan: तालिबान के कब्जे में भारत का दिया Mi-35 हेलीकॉप्‍टर! 6 और शहरों पर कब्जा, 1000 कैदी जेलों से फरार

Updated Aug 12, 2021 | 09:44 IST

अफगानिस्‍तान की जेलों से लगभग 1000 कैदियों के फरार होने की रिपोर्ट है। इस बीच एक वीडियो फुटेज के आधार पर कहा जा रहा है कि तालिबान ने भारत की ओर से अफगान सरकार को दिए गए Mi-35 हेलीकॉप्‍टर पर कब्‍जा कर लिया है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP, File Image
Afghanistan: तालिबान के कब्जे में भारत का दिया Mi-35 हेलीकॉप्‍टर! 6 और शहरों पर कब्जा, 1000 कैदी जेलों से फरार

काबुल : अफगानिस्‍तान में तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच 1000 कैदियों के जेलों से फरार होने की रिपोर्ट है, जिनमें सात तालिबान से जुड़े कैदी भी हैं। बताया जा रहा है कि अफगानिस्‍तान में तालिबान ने छह अन्‍य शहरों को अपने कब्‍जे में ले ल‍िया है। इस बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि भारत ने अफगानिस्‍तान को जो Mi-35 हेलीकॉप्‍टर गिफ्ट किया था, उसे तालिबान ने अपने कब्‍जे में ले लिया है।

यह दावा सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे एक वीडियो फुटेज के आधार पर किया जा रहा है, जिसमें मोटरसाइकिल सवार एक शख्‍स को हेलीकॉप्‍टर के पास से गुजरते देखा जा रहा है। समझा जा रहा है कि मोटरसाइकिल सवार यह शख्‍स तालिबान का सदस्‍य है और हेलीकॉप्‍टर कुंदुज एयरपोर्ट पर है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बारे में अभी स्थिति स्‍पष्‍ट नहीं है कि तालिबान ने हेलीकॉप्‍टर को अपने कब्‍जे में लिया है या नहीं। कुंदुज को तालिबान ने बीते सप्‍ताह कब्‍जे में लिया था।

1000 कैदी जेलों से फरार

अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच यहां बीते कुछ महीनों में तालिबान का प्रभाव बढ़ा है, जिसके बाद विभिन्‍न इलाकों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। तालिबान की हिंसक गतिविधियों के बीच संयुक्‍त राष्‍ट्र ने भी इसे लेकर चेताया है। इस बीच अफगानिस्‍तान के छह अन्‍य शहरों पर तालिबान ने कब्‍जा कर लिया है, जहां से लगभग 1,000 खतरनाक कैदी जेलों से फरार हो गए हैं। इनमें ज्यादातर युद्ध अपराधों, मादक पदार्थों की तस्करी, अपहरण और सशस्त्र डकैती के दोषी हैं।

तोलो न्‍यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ये कैदी कुंदुज और जरांज शहरों से फरार हुए हैं, जिनमें तालिबान के सात सदस्‍य भी हैं। इनमें से अधिकांश कैदी, खासकर तालिबान से जुड़े खतरनाक कैदी वे थे जिन्‍हें बीते छह वर्षों में अफगानिस्‍तान की सरकार ने गिरफ्तार कर जेलों में डाला था। यह वो दौर था जब तालिबान का प्रभाव यहां नहीं के बराबर था और अमेरिकी सेना के नेतृत्‍व में अफगानिस्‍तान के सुरक्षा हालात काफी हद तक बेहतर थे।