काबुल : अफगानिस्तान की सत्ता में बीते माह काबिज तालिबान रोज नए फरमान जारी कर रहा है। महिलाओं पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाने वाले आदेशों के बाद तालिबान ने अब पुरुषों की हजामत नहीं बनाने का आदेश जारी किया है। तालिबान ने यह आदेश हेलमंड प्रांत के लिए जारी किया है, जिसमें आदेश का पालन नहीं करने पर धार्मिक पुलिस द्वारा कड़ी सजा दिए जाने की बात भी कही गई है।
हेलमंड प्रांत में सैलून के बाहर चिपकाए नोटिस में हज्जामों से साफ कहा गया है कि वे लोगों के दाढ़ी व बाल न काटें, क्योंकि यह शरिया कानून के मुताबिक नहीं है। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान ने हेलमंड प्रांत में सोमवार को नाइयों के लिए यह आदेश जारी किया, जिसमें लोगों को शरिया कानूनों का सख्ती से पालन करने का निर्देश देते हुए यह भी कहा गया है कि किसी को भी शिकायत का अधिकार नहीं है।
तालिबान के वादे पर सवाल
हेलमंड प्रांत ही नहीं, राजधानी काबुल में भी कई सैलून वालों ने इसी तरह का आदेश मिलने की बात की है, जो तालिबान के उस वादे पर सवाल खड़ा करता है, जिसमें उसने कहा था कि अफगानिस्तान में उसका मौजूदा शासन 1990 दशक के शासन के पहले के दौर से अलग होगा और इस दौरान महिलाओं के अधिकारों सहित कई अन्य मसलों को लेकर नरमी बरती जाएगी।
तालिबान के पुराने शासन के दौर में भी फैशनेबल हेयरस्टाइल को प्रतिबंधित कर दिया गया था और पुरुषों को दाढ़ी बढ़ाने के लिए कहा गया था। हालांकि 2001 में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप के साथ तालिबान के सत्ता से बेदखल ही यहां खासकर युवाओं में क्लीन-शेव लुक खूब लोकप्रिय हुआ था और सैलूनों में फैशनेबल बाल कटवाने वाले भी पहुंचने लगे थे। लेकिन अब एक बार फिर चीजें पुराने ढर्रे पर लौटती नजर आ रही हैं।
क्रेन से टांग दिया था शव
तालिबान के बीते कुछ दिनों में ऐसे कई कड़े निर्देश आए हैं, जो यहां 1996-2001 के बीच के तालिबान के पुराने कट्टर शासन के दौर की वापसी का संकेत करते हैं। तालिबान ने बीते सप्ताह ही अपहरण के मामले में चार अभियुक्तों के पुलिस की कार्रवाई में मारे जाने की बात की थी। बाद में उनके शवों को क्रेन से चौराहे पर टांग दिए जाने की रिपोर्ट और वीडियो भी सामने आया था, जो क्रूरता को बयां करता है।