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कनाडा के पीएम आवास को 20 हजार ट्रकों ने घेरा, पीएम जस्टिन ट्रुडो परिवार सहित 'सीक्रेट स्थान' पर निकले, जानें क्या है माजरा

Updated Jan 30, 2022 | 15:31 IST

Justin Trudeau News:कनाडा के प्रधानमंत्री आवास को 20 हजार ट्रकों ने घेर लिया है, बताते हैं कि पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार सहित किसी सीक्रेट स्ठान पर चले गए हैं।

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कनाडा के पीएम आवास को 20 हजार ट्रकों ने घेरा

कनाडा की राजधानी ओटावा में हजारों लोगों ने टीकाकरण (Corona Vaccination) को अनिवार्य बनाने और कोविड-19 पाबंदियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने कोविड प्रतिबंधों की तुलना फासीवाद से की और कनाडा के झंडे के साथ नाजी प्रतीक प्रदर्शित किए कई प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau ) को निशाना बनाते हुए उनकी तीखी आलोचना की।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक  कनाडा की राजधानी ओटावा में स्थित प्रधानमंत्री आवास को ट्रक चालकों ने अपने 20 हजार ट्रकों के साथ चारों तरफ से घेर लिया है हालत यह हो गई है कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके परिवार को गुप्‍त स्‍थान पर छिपने के लिए वहां से निकलना पड़ा ये ट्रक वाले देश में कोरोना वैक्‍सीन को अनिवार्य किए जाने और कोरोना लॉकडॉउन का विरोध कर रहे हैं।

इन ट्रक वालों ने 70 किमी लंबे काफिले को 'फ्रीडम कान्वॉइ' नाम दिया

शनिवार को हजारों की तादाद में ओटावा में जमा हुए ट्रक वालों ने अमेरिका की सीमा को पार करने के लिए वैक्‍सीन को अन‍िवार्य बनाए जाने का विरोध किया है। इससे पहले कनाडाई पीएम ने एक विवादित बयान देते हुए ट्रक वालों को 'महत्व नहीं रखने वाले अल्पसंख्यक' करार दिया था। इससे भी ट्रक वाले बुरी तरह से भड़के हुए हैं राजधानी ओटावा जाने वाले रास्‍ते पर 70 किमी तक बस ट्रक ही ट्रक दिखाई दे रहे हैं।

वैक्सीन जनादेश की तुलना होलोकॉस्ट और हिंसा की धमकी से की

विरोध प्रदर्शन के आयोजकों ने सभी कोविड-19 पाबंदियों व टीकाकरण को अनिवार्य बनाने के फैसले को वापस लेने और प्रधानमंत्री ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की दरअसल, कनाडा सरकार के अनुसार अब ट्रक ड्राइवरों सहित सभी सीमा पार आवश्यक श्रमिकों को बंदरगाह में प्रवेश के लिए टीकाकरण का प्रमाण दिखाना होगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रक चालक पिछले एक सप्ताह से कनाडा में एक ऐसे समूह में शामिल हो रहे हैं, जिन्हें लगता है कि किसी भी सरकारी हस्तक्षेप से उनकी आवाजाही या पसंद की स्वतंत्रता को खतरा है कुछ लोगों ने वैक्सीन जनादेश की तुलना होलोकॉस्ट और हिंसा की धमकी से की है।