- भारत के खिलाफ गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ है
- एक थिंकटैंक ने कहा है कि किस तरह वह खालिस्तानी आतंकियों को बढ़ावा दे रहा है
- इसमें यह भी कहा गया है कि आईएसआई खालिस्तानी आतंकियों को नियंत्रित करती है
ओटावा : आतंकवादी गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान पहले ही बेनकाब हो चुका है और यह भी जाहिर है कि पाकिस्तान की भूमि से किस तरह जिहादी ताकतें भारत के खिलाफ गतिविधियां चला रही हैं। अब कनाडा के एक बड़े थिंक-टैंक ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान किस तरह खालिस्तानी आतंकियों को भारत के खिलाफ बढ़ावा दे रहा है और उन्हें हर तरह का समर्थन व सहयोग मुहैया करा रहा है।
ओटावा स्थित थिंक-टैंक मैक्डोनाल्ड-लॉरियर इंस्टीट्यूट के प्रकाशन 'खालिस्तान : अ प्रोजेक्ट ऑफ पाकिस्तान' में बताया गया है कि किस तरह इस परियोजना को पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा है, जो सीधे तौर पर कनाडाई और भारतीयों की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इसमें इसे पाकिस्तान द्वारा समर्थित भू-राजनीतिक परियोजना बताया गया है और कहा गया है कि इससे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को लगातार खतरा बना हुआ है।
पाकिस्तान की ISI से कनेक्शन
कनाडा स्थित थिंक टैंक की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जबकि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के दो आतंकियों को इसी सप्ताह पश्चिमोत्तर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने उन्हें गिरफ्तार किया था और अधिकारियों के हवाले से कई मीडिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किस तरह से आतंकी अपने खालिस्तानी सरगनाओं, जिन्हें पाकिस्तान की आईएसआई नियंत्रित करती है, के निर्देश पर लक्षित हत्याओं की साजिश कर रहे थे।
'खालिस्तान : अ प्रोजेक्ट ऑफ पाकिस्तान' नाम से प्रकाशित परियोजना में यह भी बताया गया है कि भले ही भारत में खालिस्तान को लेकर बहुत समर्थन नहीं है, लेकिन पाकिस्तान लगातार एक बार फिर से खालिस्तानी आंदोलन को जिंदा करने की कोशिशों में जुटा है। इसके लिए पाकिस्तान के जिहादी समूहों ने सिख अलगाववादियों से हाथ मिला लिया है और वे मिलकर भारत के खिलाफ साजिशों को अंजाम देने में जुटे हैं।