- चार्ली हेब्दो ने छापा तुर्की के राष्ट्रपति का विवादित कार्टून
- कार्टू में एर्दोगान को हाथ में बीयर लिए हुए अंडरपैंट में दिखाया है
- वो हिजाब पहने एक महिला की स्कर्ट उठा रहे हैं
नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि इस्लाम ऐसा धर्म है जिस पर पूरी दुनिया में संकट मंडरा रहा है। इसके बाद मुस्लिम देशों और फ्रांस के बीच दरार बढ़ रही है। अब तुर्की फ्रांसीसी व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो पर छपे एक नए कार्टून से भड़क गया है। तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने पत्रिका पर मुकदमा करने की धमकी दी है। बयान में कहा गया है, 'हम अपने लोगों को आश्वस्त करते हैं कि इस कार्टून के खिलाफ आवश्यक कानूनी और राजनयिक कार्रवाई की जाएगी।'
पत्रिका पर सांस्कृतिक नस्लवाद का आरोप
इससे पहले एर्दोगन के एक सहयोगी ने फ्रांसीसी प्रकाशन द्वारा छापे नए विवादित कार्टून को 'सांस्कृतिक नस्लवाद' कहा। एर्दोगन के मीडिया सलाहकार फहर्ट्टिन अल्टुन ने ट्विटर पर लिखा, 'फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों का मुस्लिम विरोधी एजेंडा फल फूल रहा है! चार्ली हेब्दो ने अभी-अभी हमारे राष्ट्रपति की छवि को खराब करते हुए तथाकथित कार्टून की एक श्रृंखला प्रकाशित की है। हम इस प्रकाशन द्वारा उनके सांस्कृतिक नस्लवाद और घृणा फैलाने के लिए इस सबसे घृणित प्रयास की निंदा करते हैं।'
चार्ली हेब्दो के बुधवार संस्करण का फ्रंट-पेज कार्टून मंगलवार रात को जारी किया गया था जिसमें एर्दोगन को हिजाब पहने हुए एक महिला से छेड़छाड़ करते हुए दिखाया गया। फ्रेंच में लिखा गया कार्टून का शीर्षक है, 'एर्दोगन: निजी तौर पर, वह बहुत ही मजेदार हैं'
एर्दोगन के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन ने ट्विटर पर लिखा, 'हम फ्रांसीसी पत्रिका के हमारे प्रेसिडेंट के बारे में प्रकाशन की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें विश्वास, पवित्रता और मूल्यों का कोई सम्मान नहीं है। नैतिकता और शालीनता से रहित इन प्रकाशनों का उद्देश्य घृणा और वैमनस्यता के बीज बोना है। धर्म और विश्वास के प्रति शत्रुता में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मोड़ना केवल एक बीमार मानसिकता की उपज हो सकती है।'
निशाने पर मैक्रों
हाल ही में फ्रांस में एक स्कूली टीचर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इतिहास के शिक्षक ने क्लास में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था जिसके बाद अज्ञात हमलावर ने बेरहमी से उसका सिर कलम कर दिया। इसके बाद से तनाव बढ़ता गया। इस्लाम पर दिए बयान पर एर्दोगन ने मैक्रों की आलोचना करते हुए कहा कि फ्रांसीसी नेता को इस्लाम के प्रति उनके रवैये पर मानसिक जांच की आवश्यकता है। पाकिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब और ईरान सहित कई मुस्लिम देशों ने फ्रांस और मैक्रों की निंदा की है; जबकि कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए और फ्रांसीसी सामानों के बहिष्कार का आह्वान किया।