दरअसल, शुरुआती दौर में अफगानिस्तान के लोग देश में चने बेचते थे। वह एक अच्छे ट्रेडर थे। उन्हीं के नाम पर उनकी तरफ से बेचे गए चनों को लोग काबुली चने कहने लगे और धीरे-धीरे सफेद चनों को काबुली चने के नाम से जाना जाने लगा।
यानी ये चने उगते तो भारत में ही हैं, बस उनका नाम काबुली चना पड़ गया है, क्योंकि शुरुआती दौर में इसे अफगानी ट्रेडर बेचते थे। काबुल अफगानिस्तान का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है। यह अफगानिस्तान का आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र भी है।