Bhojpuri Actor Awdhesh Mishra Success Story: भोजपुरी एक्टर अवधेश मिश्रा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उनकी गिनती सुपरस्टार के रूप में होती है और उनकी फिल्में खूब देखी जाती हैं। वह अपनी खलनायकी के लिए मशहूर हैं। वह जिस फिल्म में होते हैं, उसमें हीरो पर भारी पड़ते हैं।
उन्होंने 'मेहंदी लगा के रखना', 'ज्वाला' और 'मैं सहरा बांधकर आऊंगा' जैसी भोजपुरी फिल्मों से अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया है। आपको बता दें कि उनके संघर्ष की कहानी काफी भावुक कर देने वाली और प्रेरणा देने वाली है।
उन्होंने ना जानें कितनी रातें यार्ड में सोकर बिताई है। इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने कहा कि जब वो पहली बार मुंबई आए थे तो उनके पास रहना का कोई ठिकाना नहीं था। अवधेश की पत्नी और बच्चे भी मुंबई आए तो उन्होंने उनका खर्च चलाने के लिए पेंटिंग किया करते थे। दूसरों की गाड़ी चलाकर घर चलाते थे। उनकी पत्नी भी पैसे कमाने के लिए काम करती थीं।
इस वजह से नहीं मिला काम
उन्होंने बताया कि टीवी इंडस्ट्री में उन्हें रिजेक्ट कर दिया था क्योंकि टीवी के लिए उनका चेहरा फिट नहीं बैठता था। उनको इंडस्ट्री में कोई काम नहीं देता था जिसकी वजह से आर्थिक तंगी हो गई। टीवी पर काम के लिए उन्होंने एक बार ऑफर हुई भोजपुरी फिल्म ठुकरा दी। लेकिन जब कोई काम नहीं था तो उन्होंने अगली भोजपुरी फिल्म के लिए हां कह दी।
जब मिले 2500 रुपये
अवेधश को सबसे पहले फिल्म 'दुल्हा अईसन चाही' में काम मिला और उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया। इस मूवी के लिए उन्हें 2500 रुपए दिए गए थे। इसके बाद अवधेश ने टीवी का रुख नहीं किया बल्कि भोजपुरी फिल्मों में काम को प्राथमिकता दी।