भोपाल पुलिस ने करोड़ों की हेराफेरी करने वाले मास्टरमाइंड को पकड़ा, ऐसे देता था वारदात को अंजाम

भोपाल की एमपी नगर की पुलिस गुजरात से एक बड़े शातिर ठग को पकड़ के लाई है। जालसाजी की दुनिया के मास्टरमाइंड ठग पर करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है। आरोपी ने अपने पेठे के पुश्तैनी धंधे को बर्बाद कर जालसाजी की दुनिया में कदम रखा था।

Bhopal Crime News
प्रतीकात्मक  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • पकड़े गए आरोपी ने अपने पुश्तैनी धंधे को चौपट कर शुरू किया जालसाजी का काम
  • 48 करोड़ रुपए की कीमत के किराए के 200 वाहनों को अटैच कर उन्हें बेच दिया
  • एमपी नगर थाने की पुलिस आरोपी को गुजरात से पकड़ कर लाई

Bhopal Crime News: अधिक पैसे कमाने की लालच ने इस कदर पागल बना दिया कि एक व्यक्ति ने अपने पेठे की पुश्तैनी धंधे को चौपट कर दिया। एमपी नगर पुलिस ने एक जालसाज को पकड़ा है। अपना पुश्तैनी धंधा बर्बाद करने के बाद उसने टेक्सिको इंडिया प्रा.लि. के नाम से फर्म खोलकर करोड़ों का टर्न ओवर किया। आरोपी ने मालिकों से लग्जरी चार पहिया वाहन किराए पर अनुबंध कराकर जिनकी कीमत 48 करोड़ रुपये थी ऐसी 200 गाड़ियों को अच्छे-अच्छे लोगों को बेच दिया। जब पैसे का टर्न ओवर अधिक होने लगा तो टैक्स बचाने के लिए उसने एक और कंपनी शुरू कर दी।

55 लोगों ने एमपी नगर थाने में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। तीन महीने से फरार आरोपी बड़ौदा में समोसे और पेठे का ठेला लगा रहा था। पुलिस उसे बड़ौदा से गिरफ्तार करके लाई है। दो साथी पूर्व में गिरफ्तार हो चुके हैं। एमपी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया के मुताबिक अब तक 55 लोगों ने एमपी नगर में टेक्सिडो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। पुलिस ने इसी शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है।

ठगी के आरोपी की है ये कहानी

जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी ने वर्ष 2019 में राहुल टूर एंड ट्रैवल्स नाम से कंपनी शुरू की थी, जिसमें गाड़ियां इंदौर से भोपाल चलवाता था। फिर 2020 में टेक्सिडो इंडिया प्रालि शुरू की, जिसमें पत्नी व बहन को डायरेक्टर बनाकर जोन-1 एमपी नगर स्थित मल्टीलेवल पार्किंग के सामने ऑफिस खोला। वर्ष 2021 में कंपनी का टर्न ओवर ज्यादा होने से टैक्स बचाने टेक्सिडो कार्स नाम से दूसरी कंपनी खोली, जिसमें डायरेक्टर राहुल शर्मा को बनाया था। 200 चार पहिया वाहनों को टेक्सिडो इंडिया प्रालि में अटैच किया। लग्जरी गाड़ियां 5-6 लाख में देकर एग्रीमेंट करता था। प्रभावशाली लोगों से वाहन मालिक भी वाहन नहीं ले पाते थे। इस मिलने वाली रकम से ब्याज पर भोपाल में पैसे चलाता था।

बहन को फोन करके फंसा आरोपी

फरारी के दौरान वरुण अपनी बहन से कभी-कभी बात करता था। बहन के सीडीआर में बी पार्टी के एनालिसिस से एक नंबर पुलिस को ऐसा मिला कि यह वरुण बंसल का हो सकता है। उक्त नंबर की लोकेशन गुजरात में मिली। थाना एमपी नगर की टीम गुजरात पहुंची। एसआई आनंद परिहार ने हुलिया और फोटो के आधार पर लोकेशन के आसपास पूछताछ की तो लोगों ने बताया कि इस हुलिए का आदमी भायली बड़ौदा में ठेला लगाता है। एसआई परिहार और हवलदार लक्ष्मीनारायण ग्राहक बनकर ठेले पर पहुंचे। जब उन्होंने खुद को ग्वालियर से आना बताकर उससे बाते शुरू की तो उसे शंका हो गई कि पुलिस वाले हैं तो उसने दौड़ लगा दी। वहीं खड़े टीम के सदस्य एएसआई गंगा सिंह ने उसे दबोच लिए। फिर उसको भोपाल लाया गया।

अब तक इनकी हुई है गिरफ्तारी

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने इस मामले में 21 फरवरी को हाउसिंग बोर्ड कैंपस कोटरा सुल्तानाबाद निवासी रविकांत विश्वकर्मा, 23 मई को भिंड निवासी सतेंद्र भदौरिया और 3 जून को वरूण उर्फ राहुल बंसल को भायली, बड़ौदा गुजरात से गिरफ्तार किया है। गिरोह का मास्टर माइंड 32 वर्षीय वरूण उर्फ राहुल बंसल है। पुलिस को अब राहुल शर्मा की तलाश है।

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