Bhopal News: भोपाल रेलवे स्टेशन का होगा आधुनिकीकरण, मिलेंगी ये सुविधाएं, जानिए रेलवे की क्या है तैयारी

Indian Railway: रेलवे की ओर से भोपाल स्टेशन को आधुनिक बनाने की तैयारी की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन पर जनसुविधाएं किफायती बजट में मिलें यही रेलवे का उद्देश्य है। प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर नई सुविधाएं विकसित करने का प्लान बनाया गया है।

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भोपाल स्टेशन का होगा आधुनिकीकरण (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • भोपाल के प्लेटफॉर्म नंबर-6 के नजदीक दी जाएंगी आधुनिक सुविधाएं
  • बजट में होटल, प्रीमियम कार पार्किंग सहित होंगी और भी सुविधाएं
  • प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर मिल सकेगी ड्राइव-इन की भी सुविधा

Bhopal News: भोपाल रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण होगा। रेलवे चाहता है कि, यात्रियों को बजट में होटल, प्रीमियर कार पार्किंग, फूड कोर्ट, एसी वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं मिलें। इसके लिए रेलवे ने प्लेटफॉर्म नंबर-6 की ओर नए सिरे से प्लानिंग शुरू कर दी है। वहीं डेवलपमेंट कंसल्टेंसी को भी डेवलपमेंट प्लानिंग के लिए स्टेशन सौंपा जा रहा है, ताकि अन्य प्लेटफार्म, यात्री सुविधाएं आदि का इंतजाम और इटारसी छोर पर बने एफओबी का बेहतर उपयोग किया जा सके।

डीआरएम सौरभ बंदोपध्याय का कहना है कि रेलवे नई प्लानिंग कर रहा है। इस संबंध में रेल मंत्रालय ने निर्देश भी जारी किए हैं। प्लेटफॉर्म-6 की ओर रेलवे की नई बिल्डिंग है, लेकिन उसमें एसी वेंटिंग हॉल, फूड कोर्ट, बजट होटल का निर्माण नहीं हुआ है। इन व्यवस्थाओं को अब नई बिल्डिंग में  जुटाए जाने पर निर्णय होना है। ऐसी संभावनाएं है कि इसे मंजूरी मिल जाएगी।

प्लेटफार्म नंबर-6 के नजदीक लगेगा बूम बेरियर

भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 को ड्राइव-इन के रूप में डेवलप किया गया था, लेकिन उसका उपयोग नहीं होने पर अब प्लेटफॉर्म के नजदीक ही बूम बेरियर लगाया जाएगा। ताकि वही वाहन प्लेटफॉर्म तक आवागमन कर सकें, जो ड्राइव-इन सुविधा का फायदा उठाना चाहते हैं।

क्या होती है ड्राइव-इन सुविधा

ड्राइव-इन एक सुविधा है। जो संरक्षक को अपने वाहनों में रहते हुए अपनी सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति देता है। इस तरह की स्थापना का एक प्रसिद्ध उदाहरण ड्राइव-इन मूवी थियेटर है, लेकिन अन्य रूप, रेस्तरां से लेकर फार्मेसियों तक भी मौजूद हैं। इस प्रकार की स्थापना के पीछे का विचार यह है कि यह संरक्षकों के लिए अधिक सुविधाजनक है, जो इनका उपयोग करने में आसानी या नवीनता के लिए अधिक कीमत चुकाने के लिए तैयार हो सकते हैं। पहला ड्राइव-इन थिएटर 1933 में न्यू जर्सी में स्थापित किया गया था, और यह एक बड़ी हिट साबित हुई। इस प्रकार के थिएटर में, फिल्मों को एक विशाल स्क्रीन पर पेश किया जाता है जो एक क्षेत्र के एक छोर या पार्किंग स्थल पर बैठती है।  

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