Bhopal Knowledge Mission: चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में लगातार नवाचार किये जा रहे हैं। इन नवाचारों की श्रृंखला में एक कदम और बढ़ाते हुए "मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन'' की शुरुआत की गई है। मिशन से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सकीय उपचार की नवीनतम तकनीक, नवाचारों एवं शोध के विभिन्न आयामों को मध्यप्रदेश के चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने नॉलेज शेयरिंग मिशन कार्यालय का शुभारंभ किया।
मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन का आगाज
मंत्री सारंग ने मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन कार्यालय का शुभारंभ पर कहा कि मिशन में विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा। देश-विदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों (शासकीय एवं निजी) के साथ शिक्षा, अनुसंधान और उपचार के लिए एमओयू किये जाएंगे। चिकित्सीय छात्रों एवं चिकित्सकों के लिए ट्रेनिंग, कैपेसिटी बिल्डिंग, नॉलेज एक्सचेंज, एक्पोजर विजिट प्रोग्राम आदि कार्यक्रम तैयार किये जायेंगे। नॉलेज एक्सचेंज इंटरेक्टिव डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा, जिससे चिकित्सीय छात्र एवं चिकित्सक अपने अनुभव, रिसर्च कार्यों एवं अन्य नवाचारों को एक-दूसरे से डिजिटल रूप से साझा कर सकेंगे।
चिकित्सीय छात्रों एवं चिकित्सकों के लिए ट्रेनिंग एवं एक्सचेंज कार्यक्रम
मंत्री सारंग ने बताया कि चिकित्सीय छात्रों एवं चिकित्सकों के लिए देश-विदेश में चिकित्सा के क्षेत्र में चल रहे नवाचारों, नवीन चिकित्सकीय विधि-विधाओं एवं चिकित्सकीय शोध आदि विषयों पर ट्रेनिंग एवं कार्यशाला की जाएगी। नॉलेज एक्सचेंज एक्पोजर प्रोग्राम में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा छात्रों एवं चिकित्सकों को देश-विदेश में नॉलेज एक्सचेंज एक्पोजर विजिट की व्यवस्था भी होगी।
वर्चुअल टेक्नोलॉजी आधारित वीआर डिवाइसेस से चिकित्सा प्रशिक्षण
मंत्री सारंग ने बताया कि चिकित्सा तकनीक के नवीनतम पहलू वर्चुअल टेक्नोलॉजी आधारित वीआर डिवाइसेस से चिकित्सा छात्रों को वर्चुअल टेक्नोलॉजी आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर वास्तविक चिकित्सीय प्रोसेजर करने के अनुभव के करीब पहुंचने में मदद कर उनके क्लीनिकल डायग्नोसिस एवं सर्जिकल दक्षता को सक्षम किया जा सकेगा।
थ्रीडी प्रिंटिंग का चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग
मंत्री सारंग ने बताया कि थ्रीडी प्रिंटिंग के उपयोग से चिकित्सा पेशेवरों और चिकित्सा छात्रों को रोगियों का कई तरीकों से उपचार करने का एक नया रूप प्रदान करना संभव होता है। थ्रीडी प्रिंटिंग के उपयोग से प्रोस्थेसिस के विकास, दांत, हड्डियों एवं विभिन्न अंगों की विशिष्ट बीमारियों के परिप्रेक्ष्य में प्रतिकृतियों के निर्माण कर शल्य क्रिया में बेहतर चिकित्सा रिजल्ट प्राप्त किया जा सकेगा।
मेडिकल रोबोटिक्स
मंत्री सारंग ने बताया कि शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में मेडिकल रोबोटिक्स के उपयोग से सर्जिकल प्रोसीजर में अधिक सटीकता और बेहतर दक्षता मिलती है। मेडिकल रोबोट के अत्यंत महंगे होने के कारण विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों को अपने अध्ययन के दौरान रोबोट पर कार्य करने का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं हो पाता है। मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन से शासकीय एवं निजी क्षेत्र के चिकित्सा के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के साथ एमओयू कर ऑर्थोपेडिक, यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी के विभिन्न सर्जिकल प्रोसीजर में मेडिकल रोबोट के उपयोग के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
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