बैंक लोन लेने वालों की संख्या घटी, 59 साल के न्यूनतम स्तर पर

बिजनेस
भाषा
Updated Apr 23, 2021 | 23:46 IST

बैंक कर्ज वृद्धि में लगातार दूसरे साल गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2020-21 में लोन वृद्धि 59 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है।

Bank loan growth falls drastically, Reached the lowest level of 59 years
बैंक लोन की ग्रोथ में गिरावट 

मुंबई : बैंक कर्ज वृद्धि में लगातार दूसरे साल गिरावट आई है और यह न्यूनतम स्तर पर पहुंच गयी है। इसमें वित्त वर्ष 2020-21 में मात्र 5.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो 59 साल का न्यूनतम स्तर है। यह स्थिति तब है जब सरकार कोविड-19 के प्रभाव से निपटने के लिए आसान कर्ज व्यवस्था के जरिए प्रोत्साहन दे रही है। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में यह कहा गया है।

वित्त वर्ष 2020-21 में कुल कर्ज उठाव 109.51 लाख करोड़ रुपए रहा। कर्ज वृद्धि 2019-20 के मुकाबले कम है। उस समय कर्ज में 6.14% की वृद्धि दर्ज की गयी थी और वह 58 साल का न्यूनतम स्तर था। इससे पहले वित्त वर्ष 1961-62 में कर्ज वृद्धि न्यूनतम 5.38% थी।

सरकार ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 11 प्रतिशत था। इसमें से वास्तव में केवल करीब 3 लाख करोड़ रुपए का उपयोग राजकोषीय प्रोत्साहन के रूप में किया गया। शेष राशि कर्ज सहायता के रूप में थी जिसका सरकार के राजकोषीय आंकड़े पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।

एसबीआई रिसर्च ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा कि हालांकि बैंकों में जमा 2020-21 में 11.4% बढ़कर 151.13 लाख करोड़ रुपए रहा जो 2019-20 में 7.93% था।

एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2007-08 में कर्ज और जमा में अबतक की सबसे अच्छी वृद्धि दर्ज की गई। उस समय जमा में जहां 22.4% की वृद्धि हुई, वहीं कर्ज उठाव में 22.3% की वृद्धि दर्ज की गई थी।

अगले दो साल इसमें कमी आई और यह 17% के करीब रही। लेकिन 2010-11 में यह बढ़कर फिर से 21.5% हो गयी। उसके बाद से कर्ज मांग लगातार कम हुई और 2019-20 में यह 58 साल के न्यूनतम स्तर तथा 2020-21 में 59 साल के न्यूनतम स्तर तक चली गयी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020-21 की पहली छमाही में कर्ज उठाव पर महामारी का प्रभाव पड़ा क्योंकि उस समय अर्थव्यवस्था बंद पड़ी थी। दूसरी छमाही में नवंबर के बाद कुछ वृद्धि दर्ज की गई।

रिपोर्ट के अनुसार, लेकिन इसके बावजूद कर्ज में वृद्धि 2020-21 में केवल 5.56% रही जो 59 साल का न्यूनतम स्तर है। वहीं 2019-20 में वृद्धि 6.14% थी। जमा में वृद्धि 2020-21 में 11.4% रही जो 2019-20 में 7.93% थी। वित्त वर्ष 2019-20 में जमा 135.71 लाख करोड़ रुपये रही थी।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर