महामारी से प्रभावित हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री ने रखी लोन मोरेटोरियम की मांग, बजट में हो सकता है ऐलान

Union Budget 2022-23: बजट से पहले हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री ने सरकार से कई मांगें की हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

Budget 2022: Hospitality sector demand loan moratorium
Budget: कोरोना का असर,इस उद्योग ने की लोन मोरेटोरियम की मांग (Pic: iStock) 
मुख्य बातें
  • कोरोना महामारी से प्रभावित हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री ने सरकार से मांग की है।
  • उद्योग ने लोन के लिए कम-से-कम एक साल की मोहलत मांगी है।
  • महामारी की तीसरी लहर के प्रभाव से बचने के लिए उद्योग ने सरकार से अनुरोध किया है।

Budget 2022: कोरोना वायरस महामारी से सभी उद्योग प्रभावित हुए हैं। ऐसे में उद्योग जगत को 1 फरवरी 2022 को पेश होने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री (Hospitality Industry) भी सरकार से तोहफे की उम्मीद कर रही है।

लोन मोरेटोरियम की मांग
आतिथ्य उद्योग निकाय (Hospitality Industry Body) फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FHRAI) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) से इस क्षेत्र के कारोबारियों द्वारा लिए गए ऋण को स्थगित (Loan moratorium) करने पर विचार करने को कहा है। इसके साथ ही निकाय ने महामारी से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र का समर्थन करने के लिए तत्काल उपायों के हिस्से के रूप में ऋणों के पुनर्गठन के लिए एक विशेष समाधान ढांचा तैयार करने का भी आग्रह किया है।

लोन के लिए एक साल की मांगी मोहलत
वित्त मंत्री को सौंपे गए एक पत्र में फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने आपातकालीन ऋण गारंटी योजना (FAHRAI) के तहत लिए गए ऋणों के लिए कम-से-कम एक वर्ष की मोहलत मांगी है।

इसके अलावा एफएचआरएआई ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों से गारंटी के साथ कार्यशील पूंजी समर्थन करने का भी अनुरोध किया है। निकाय ने महामारी से प्रभावित क्षेत्र के लिए 60,000 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना को तत्काल प्रभाव से अधिसूचित करने की भी मांग की है। एफएचआरएआई ने यह मांग वित्त वर्ष 2022-23 के लिए के एक फरवरी को संसद में पेश किए जाने वाले बजट से पहले की है।

तीसरी लहर के प्रभाव से बचने के लिए किया अनुरोध 
उद्योग की मांगों पर टिप्पणी करते हुए एफएचआरएआई के उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह कोहली ने कहा कि, 'हम वर्तमान में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच में हैं और आतिथ्य उद्योग एक और लहर की मार नहीं झेल पाएगा।' उन्होंने कहा, 'नुकसान की संभावना को देखते हुए और तीसरी लहर के प्रभाव से बचने में सक्षम होने के लिए हम वित्त मंत्री से तुरंत हमारे क्षेत्र के लिए विशेष उपायों की घोषणा करने का अनुरोध करते हैं।'

(इनपुट एजेंसी के साथ)

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