Yes Bank Fraud Case: सीबीआई ने सोमवार को यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक राणा कपूर के साथ-साथ अवंता समूह के प्रवर्तक गौतम थापर और निजी फर्म ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ 466.51 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी मामले में चार्जशीट दायर की। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में आरोप है कि आरोपियों ने आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जनता के धन के इस्तेमाल के लिए 466.51 करोड़ रुपए की धांधली की।
यस बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दायर की
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15 महीने की जांच के बाद पेश की चार्जशीट
पिछले साल दो जून को दर्ज की गई एफआईआर में राणा कपूर का नाम संदिग्ध के रूप में नहीं था, लेकिन जांच के दौरान घोटाले में उनकी भूमिका सामने आई थी। तत्कालीन मुख्य सतर्कता अधिकारी आशीष विनोद जोशी से शिकायत मिलने के छह दिनों के भीतर सीबीआई ने पिछले साल दो जून को गौतम थापर, ओबीपीएल के निदेशकों- रघुबीर कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार मंगल और तापसी महाजन, अवंता रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड तथा झाबुआ पावर लिमिटेड के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। उन्होंने कहा कि लगभग 15 महीने की जांच के बाद एजेंसी ने विशेष अदालत के सामने अपनी चार्जशीट पेश की।
सीबीआई ने एक बयान में कहा कि जांच के दौरान ये पाया गया कि उधारकर्ता कंपनी ने यस बैंक लिमिटेड से क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया था और इसे अपनी होल्डिंग कंपनी और अन्य समूह की कंपनियों को डायवर्ट कर दिया था, जो वित्तीय तनाव में थीं और जहां किसी भी बैंक द्वारा प्रत्यक्ष ऋण देना संभव नहीं होता।
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गौतम थापर, राणा कपूर और अन्य के साथ साजिश में धोखाधड़ी के लेन-देन के पीछे थे, जिससे जनता के पैसे का 466.51 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सूत्रों ने बताया कि गौतम थापर की भूमिका जांच के दौरान सामने आई। इससे पहले राणा कपूर को यस बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।
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