Edible Oil rates : सरसों, मूंगफली में गिरावट, पाम, सोयाबीन तेल में सुधार, जानिए 11 जुलाई का भाव

बिजनेस
भाषा
Updated Jul 11, 2020 | 22:22 IST

Edible Oil Price : होटल/रेस्त्रां में सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से भी पाम तेल, सोयाबीन जैसे तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला। जानिए 11 जुलाई को भाव क्या है।

Edible Oil Prices : Mustard, groundnut prices fall, palm, soybean oil improved, know rate of 11 July 
सरसों, मूंगफली में गिरावट, पाम तेल के भाव में सुधार  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • सस्ते विदेशी तेलों का आयात बढ़ने के कारण घरेलू तेलों की कीमतों पर दबाव बढ़ गया
  • सरसों दाना, सोयाबीन दाना समेत अन्य सरसों तेलों, मूंगफली तेलों के भाव में गिरावट आई
  • सस्ते आयातित तेलों के चलते मूंगफली गीरी, सोयाबीन दाना और मूंगफली तेल में गिरावट आई

Oil oilseeds Prices : सस्ते विदेशी तेलों का आयात बढ़ने के कारण दिल्ली तेल तिलहन बाजार में शनिवार को घरेलू तेलों की कीमतों पर दबाव बढ़ गया। इससे सरसों दाना, सोयाबीन दाना (तिलहन फसल), सहित अन्य सरसों तेलों तथा मूंगफली तेलों के भाव में गिरावट आई। जबकि देश में सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से सीपीओ, पामोलीन, और सोयाबीन तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया में पामतेल का भारी स्टॉक पहले से जमा है और आगे इसके उत्पादन में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है। कुछ भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मलेशिया में प्लांट हैं जो हर महीने लाखों टन पाम तेल का उत्पादन करते हैं। इन्हें तेल निकालने की लागत करीब 200 डॉलर प्रति टन आती है जबकि इसे 600 डॉलर प्रति टन के भाव से बेचा जा रहा है। ये कंपनियों नहीं चाहती कि भारत में आयात शुल्क बढ़े। बाजार सूत्रों ने बताया कि उन्होंने कहा कि सस्ते आयातित तेलों के कारण मूंगफली गीरी, सोयाबीन दाना और मूंगफली तेल में गिरावट आई।

शनिवार (11 जुलाई) को बंद भाव इस प्रकार रहे:- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 4,700- 4,725 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
मूंगफली दाना - 4,805 - 4,855 रुपये।
वनस्पति घी- 965 - 1,070 रुपये प्रति टिन।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,100 रुपये।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,935 - 1,985 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 9,600 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 1,535 - 1,675 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 1,630 - 1,750 रुपये प्रति टिन।
तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपये।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 8,900 रुपये।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 8,760 रुपये।
सोयाबीन तेल डीगम- 7,780 रुपये।
सीपीओ एक्स-कांडला- 6,850 रुपये।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,800 रुपये।
पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,350 रुपये।
पामोलीन कांडला- 7,600 रुपये (बिना जीएसटी के)।
सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,700- 3,725 लूज में 3,435--3,500 रुपये।
मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपये

बाजार सूत्रों ने कहा कि देश में ‘ब्लेंडिंग’ (सम्मिश्रण) के लिए भी पाम तेल, सोयाबीन जैसे आयातित तेलों की मांग होने से उनकी कीमतों में सुधार आया जबकि होटल/रेस्त्रां में सस्ते आयातित तेलों की मांग बढ़ने से भी इन तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला। उन्होंने कहा कि सरकार को ब्लेंडिंग के काम पर रोक लगानी चाहिए क्योंकि इससे सस्ते विदेशी आयातित तो बाजार में खप जाते हैं और देशी तेल खप नहीं पाता। ‘ब्लेंडिंग’ रोकने से उपभोक्ता का स्वास्थ्य का लाभ मिलने के साथ तेल तिलहन उद्योग को भी फायदा होगा।

 

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