विस्टाडोम कोच से ले सकेंगे वेस्टर्न घाट की खूबसूरती का आनंद, खिड़कियों ही नहीं छत में भी लगे हैं पारदर्शी शीशे

दक्षिण पश्चिम रेलवे ने 11 जुलाई से कर्नाटक में चलने वाली कई एक्‍सप्रेस ट्रेनों में विस्‍टाडोम कोच लगाने का फैसला किया है। इन पारदर्शी कोच के जरिये यात्री वेस्टर्न घाट की प्राकृतिक छटा का करीब से आनंद ले पाएंगे।

विस्टाडोम कोच से ले सकेंगे वेस्टर्न घाट की खूबसूरती का आनंद
विस्टाडोम कोच से ले सकेंगे वेस्टर्न घाट की खूबसूरती का आनंद  |  तस्वीर साभार: Twitter

बेंगलुरु : पर्यटन के लिहाज से भारतीय रेल के नए डिजाइन की विस्टाडोम कोच वाली ट्रेनों को बेहद खास माना जा रहा है। दक्षिण पश्चिम रेलवे (SWR) ने राज्य में चलने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों में सभी नए विस्टाडोम कोच लगाने का फैसला किया है। इससे पर्यटन को नई रफ्तार मिलने की उम्‍मीद की जा रही है। इन पारदर्शी विस्‍टाडोम कोच के जरिये यात्री प्रकृति, खासकर वेस्‍टर्न घाट की प्राकृतिक छटा को करीब से निहार सकेंगे।

दक्षिण पश्चिम रेलवे ने 11 जुलाई, 2021 से दिन में चलने वाली सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में विस्टाडोम कोच लगाने का फैसला किया है। इसके लिए सबसे पहले बेंगलुरु में यशवंतपुर और मंगलुरु जंक्शन के बीच चलने वाली ट्रेनों चुना गया है। इनमें यशवंतपुर-मंगलुरु जंक्शन-यशवंतपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस स्पेशल (ट्रेन नंबर 06540/06539), यशवंतपुर-कारवार त्रि-साप्ताहिक स्पेशल (06211/06212) और यशवंतपुर-मंगलुरु जंक्शन गोमतेश्वर त्रि-साप्ताहिक एक्सप्रेस स्पेशल (06575/06576) शामिल हैं।

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कितनी होगी टिकट की कीमत?

एक बार परिचालन शुरू हो जाने के बाद ये ट्रेनें अपने निर्धारित मार्ग पर रोजाना इसी तरह के कोच के साथ यात्रा शुरू करेंगी, जिसके लिए टिकट की बुकिंग एडवांस में ऑनलाइन की जा सकेगी। यशवंतपुर से मंगलुरु जंक्शन के बीच यात्रा के लिए प्रत्येक टिकट की कीमत लगभग 1,670 रुपये है, जिसमें आरक्षण, जीएसटी और अन्य शुल्क शामिल हैं।

वहीं, हसन और मंगलुरु जंक्शन के बीच प्रत्येक टिकट 960 रुपये में उपलब्ध होगा, जबकि हसन और सुब्रमण्य रोड स्टेशन के बीच यात्रा के लिए टिकट की कीमत 725 रुपये होगी। सकलेशपुरा-सुब्रमण्य रोड और यशवंतपुर-सुब्रमण्य रोड की कीमत क्रमशः 625 रुपये और 1,175 रुपये होगी। ये शुल्‍क शताब्दी सर्विस पर एक्जीक्यूटिव क्लास टिकट के समान ही हैं।

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विस्टाडोम कोच के जरिये क्‍या देख सकेंगे?

पश्चिमी घाट से होकर संचालित होने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के विस्टाडोम कोच में बैठा हर यात्री हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देख सकेगा। सुंदर सकलेशपुर-सुब्रह्मण्य घाट खंड इन यात्राओं का मुख्य आकर्षण है। दक्षिण पश्चिम रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि एक्‍सप्रेस ट्रेनों में लगने वाले विस्‍टाडोम कोच निस्संदेह पहाड़ों और घाटियों की लुभावनी झलक पेश करेंगे, जो मानसून के दौरान और भी खूबसूरत हो जाता है।

विस्टाडोम कोच की खासियत क्‍या है?

प्रत्येक विस्टाडोम कोच में 44 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। ये सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं। इसमें चौड़ी और बड़ी खिड़कियां हैं जिसके जरिये बाहर के दृश्‍य को स्‍पष्‍ट तरीके से देखा जा सकता है। एंटी-ग्लेयर ग्लास के साथ रूफटॉप यात्रियों को आकाश को भी देखने में सक्षम बनाता है। प्रत्येक कोच सीसीटीवी निगरानी और अग्नि सुरक्षा प्रणालियों से लैस है, इसके अलावा 'कंटेंट-ऑन-डिमांड' के साथ एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन, एक ओवन, रेफ्रिजरेटर, मिनी पेंट्री, बहु-स्तरीय स्टील सामान अलमारियों और प्रत्येक यात्री के लिए अलग मोबाइल चार्जिंग सॉकेट भी इसमें है।

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इसके अलावा, विस्‍टाडोम कोच में स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे और बायो-टॉयलेट भी हैं। सीटों में स्नैक टेबल भी हैं, जो फोल्डेबल होंगे। यह विमानों में नजर आने वाली ऐसी ही सुविधाओं जैसा है। ये जीपीएस आधारित पब्लिक एड्रेस सिस्टम और ब्रेल साइनेज से भी लैस हैं।

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