दिवाली का त्योहार खत्म हो चुका है और इसमें कोई शक नहीं कि आपने अपने परिवार और दोस्तों के साथ त्योहारों का भरपूर आनंद उठाया होगा। त्योहारों के मौसम में आकर्षक दाम में अपने सपनों की खरीदारी करने के कई मौके भी मिलते हैं, जैसे मोटरवाहन, गहने, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े, और यहाँ तक कि संपत्ति भी।
इन खरीदारियों को आसान बनाने के लिए, हो सकता है कि आपने क्रेडिट भी लिया हो, क्योंकि त्योहारों के मौसम में आसानी से लोन मिल जाता है। यदि क्रेडिट कार्ड, लोन, और स्टोर EMI के माध्यम से की गई खरीदारी के कारण आपके उधार का बोझ काफी बढ़ गया है तो आइए जान लीजिए, आप अपने फाइनेंस को ठीक करने के लिए क्या कर सकते हैं।
त्योहारों के दौरान लिए गए उधार की एक लिस्ट बनाएं। अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़कर यह पता लगाने की कोशिश करें कि किन-किन चीजों पर और कितना खर्च किया गया है। यदि आपने एक पर्सनल लोन लिया है या स्टोर EMI के माध्यम से खरीदारी की है तो अपनी मासिक देनदारियों की एक लिस्ट बनाएं।
(Getty Images)
अच्छी तरह देख लें कि आप अपने तरह-तरह के कर्ज को हैंडल कर सकते हैं या नहीं, अपने उधार से जुड़े नियमों और शर्तों को समझने की कोशिश करें, और आपको जो तरह-तरह की EMI और चार्ज का पेमेंट करना है उनके बारे में जानने की कोशिश करें। इन सबकी जानकारी रहने पर, आपको बाद में किसी हैरानी या परेशानी से बचने में मदद मिल सकती है।
त्योहारों के दौरान किया जाने वाला खर्च, एक तरह का लाइफस्टाइल सम्बन्धी खर्च होता है। आम तौर पर, व्यक्ति को अपने लाइफस्टाइल से संबंधित खर्च का इंतजाम, अपने खुद के पैसे से करना चाहिए जो उनके अपने विवेकाधीन खर्च का हिस्सा होना चाहिए, जो उनके इनकम का 20 से 30 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। उधार के पैसे से लाइफस्टाइल पर किया जाने वाला खर्च, कम से कम करना चाहिए।
ऐसा इसलिए करना चाहिए क्योंकि लाइफस्टाइल पर खर्च करने से कोई रिटर्न नहीं मिलता है। इसलिए, उदाहरण के लिए, लोन लेकर एक बड़ा टीवी खरीदने पर आपको यूटिलिटी और संतोष मिल सकता है; लेकिन, एक टीवी का वैल्यू समय के साथ घटता रहता है जबकि लोन लेकर टीवी खरीदने पर उस लोन के इंटरेस्ट के कारण टीवी का दाम बहुत ज्यादा हो जाता है। इसलिए, त्योहारों के दौरान लिए जाने वाले उधार पर लगने वाले इंटरेस्ट को, खास तौर पर क्रेडिट कार्ड के बोझ को, कम करने का तरीका ढूँढने की कोशिश करें, जो अन्य कर्ज की तुलना में अधिक महंगा हो सकता है।
(Getty Images)
अपनी EMI का पेमेंट समय पर करना चाहिए, खास तौर पर तब जब आपने तरह-तरह का कर्ज ले रखा हो। एक से अधिक EMI को ट्रैक करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए, इस प्रोसेस को ऑटोमैटिक बनाने में ही भलाई है। समय पर पेमेंट करने के लिए अपने बैंक को स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन देकर रखें। खास तौर पर असुरक्षित कर्ज जैसे क्रेडिट कार्ड का कर्ज या पर्सनल लोन का रीपेमेंट करने की दृष्टि से ऐसा करना ज्यादा जरूरी है। एक भी पेमेंट मिस होने पर काफी बड़ी पेनाल्टी देनी पड़ सकती है और क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है, जिससे आपके अन्य लोन या भावी उधार के इंटरेस्ट रेट पर काफी असर पड़ सकता है।
यदि आपके कर्ज का परिमाण काफी अधिक है तो आपको और ज्यादा कर्ज लेने से बचना चाहिए। आम तौर पर, आपकी सभी EMI का कुल बोझ, आपके मंथली इनकम के 40% से अधिक नहीं होना चाहिए। कर्ज का बोझ इससे ज्यादा होने पर, आपके अन्य खर्च जैसे किराया या यूटिलिटी बिल का पेमेंट करने की क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा, एक ही समय में एक से अधिक लोन के लिए अप्लाई करने से उधारदाता के साथ-साथ क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों को ऐसा लगेगा कि आप कर्ज के भूखे हैं। इससे आपके फाइनेंस पर दबाव पड़ने के अलावा, आपके क्रेडिट स्कोर पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
आपको अपने ड्यू का रीपेमेंट करते समय फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहिए, जिसमें आपके इनकम का एक बहुत हिस्सा चला जाता है। इसलिए, आपको अपने खर्च को इस तरह मैनेज करना चाहिए कि आपके फाइनेंस पर कोई दबाव न पड़े। विवेकाधीन खर्च जैसे बाहर खाना खाना या छुट्टियों में घूमने जाना, इत्यादि में कटौती करें। इससे आपको अपने कर्ज को बेहतर ढंग से हैंडल करने में आसानी होगी। खास तौर पर, ड्यू का पेमेंट करने में देर न करें क्योंकि ऐसा करने पर आपको सिर्फ पेनाल्टी ही नहीं देनी पड़ेगी बल्कि इंटरेस्ट भी बहुत ज्यादा देना पड़ेगा।
यदि आपने अपने क्रेडिट कार्ड की खर्च सीमा तक खर्च कर डाला है तो अपने बैंक को अपने कार्ड की खर्च सीमा को बढ़ाने के लिए कहें। हो सकता है कि आपने कई कारणों से इस सीमा तक खर्च कर डाला हो जैसे अपने कार्ड के माध्यम से एक प्री-अप्रूव्ड लोन लेकर, या त्योहारों के मौसम में कोई बड़ी खरीदारी करके। अपने ड्यू का पेमेंट करने के बाद, यदि आपका बैंक आपके कार्ड की खर्च सीमा को खुद नहीं बढ़ाता है तो आप उनसे इसे बढ़ाने का अनुरोध कर सकते हैं। लेकिन, इसके बाद से, अपनी कार्ड की खर्च सीमा का 30% के भीतर ही खर्च करने की कोशिश करें ताकि आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई बुरा असर न पड़े।
(Getty Images)
एक बैंक या फाइनेंशियल कंपनी से उधार लेने वाले व्यक्ति को अपने क्रेडिट स्कोर पर जरूर नजर डालनी चाहिए। इसलिए, अब जबकि आपने त्योहारों के मौसम में उधार ले लिया है, तो अब आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की एक फ्री कॉपी डाउनलोड करके, यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि आपके क्रेडिट स्कोर पर आपके कर्ज का कैसा असर पड़ा है।
आपको खास तौर पर उस समय यह काम जरूर करना चाहिए जब आपने पेमेंट करने में देर कर दी हो, क्योंकि इससे आपको अपने स्कोर में होने वाली गिरावट पर नजर रखने में मदद मिलेगी और उसे फिर से ठीक करने (750 या उससे अधिक) का तरीका ढूँढने में भी मदद मिलेगी। त्योहारों के मौसम में हमारी जेबें ढीली पड़ जाती हैं। लेकिन व्यक्ति को विवेकपूर्ण तरीके से कर्ज का इस्तेमाल करना चाहिए और हमेशा एक रीपेमेंट प्लान बनाकर रखना चाहिए।
इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।)
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।