HDFC Bank- HDFC Merger: मार्केट कैप के लिहाज से मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली रिलायंस देश की सबसे बड़ी कंपनी है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) इस लिस्ट में दूसरे और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) तीसरे स्थान पर आते हैं। लेकिन अब एचडीएफसी (HDFC) और एचडीएफसी बैंक के विलय के बाद संयुक्त इकाई टीसीएश को पछाड़ते हुए मार्केट कैप के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी।
विलय से कितना बदलेगा मार्केट कैप?
सुबह के सत्र में एचडीएफसी का संयुक्त बाजार मूल्य 14,22,652.57 करोड़ रुपये था, जो टीसीएस के 13,73,882.31 करोड़ रुपये से अधिक है। रिलायंस इंडस्ट्रीज 17,95,506.15 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ टॉप पर बनी हुई है।
HDFC Bank- HDFC का क्यों हुआ मर्जर, इस मर्जर से किसे होगा फायदा? जानिए ईटी नाउ और ईटी नाउ स्वदेश के मैनेजिंग एडिटर Nikunj Dalmia और अन्य एक्सपर्ट्स से-
इस मेगा मर्जर से ग्राहकों को कितना होगा फायदा? HDFC के चेयरमैन, दीपक पारेख ने बताया-
शेयरधारकों का क्या होगा?
डील के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। मालूम हो कि यह विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और SEBI सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है। डील पूरी होने पर एचडीएफसी बैंक का 100 फीसदी हिस्सा सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा। वहीं एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक का 41 फीसदी हिस्सा होगा। एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और CEO केकी मिस्त्री ने कहा कि, इस विलय से एचडीएफसी बैंक वैश्विक मानकों से भी बड़ा ऋणदाता होगा। एचडीएफसी के पास कुल 6.23 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। वहीं एचडीएफसी बैंक के पास 19.38 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। एचडीएफसी बैंक का कस्टमर बेस 6.8 करोड़ है।
HDFC Ltd के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा है कि इस मर्जर का होमलोन कंपनी HDFC के कर्मचारियों पर कोई असर नहीं होगा।
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