प्राइवेट ट्रेनों में सभी यात्रा सर्विस के लिए करना होगा भुगतान! निजी कंपनियां को किराया वसूलने की रहेगी आजादी

Private passenger trains : प्राइवेट यात्री ट्रेन चलने के बाद उसमें एयरलाइन की तरह यात्रियों को पसंदीदा सीट, सामान और यात्रा के दौरान सर्विस के लिए भुगतान करना पड़ सकता है। 

In private passenger trains, have to pay for all services, Private companies will have freedom to take fare
प्राइवेट कंपनियों को यात्रियों से किराया वसूलने की होगी आजादी  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • प्राइवेट यात्री ट्रेनों में एयरलाइंस की तरह सुविधाएं होंगी
  • यात्रियों को पसंदीदा सीट, सामान और यात्रा के दौरान सर्विस के लिए चार्ज देना पड़ सकता है
  • सेवाओं के लिए यात्रियों से चार्ज लेने के बारे में फैसला प्राइवेट कंपनियों को करना है

नई दिल्ली : भारतीय रेलवे 109 रूटों पर 151 प्राइवेट यात्री ट्रेन चलाने जा रहा है। इसके लिए प्राइवेट कंपनियों से बोली लगाने के लिए आवेदन भी मंगाया जाने लगा है। इन प्राइवेट ट्रेनों में एयरलाइंस की तरह सुविधाएं होंगी। इसके लिए यात्रियों को उस आधार पर भुगतान भी करना पड़ सकता है। इन ट्रेनों में एयरलाइन की तरह यात्रियों को पसंदीदा सीट, सामान और यात्रा के दौरान सर्विस के लिए चार्ज देना पड़ सकता है। इन सुविधाओं पर लगने वाला चार्ज ट्रेन चलाने वाली कंपनियों का कुल आय का हिस्सा होगा। इस आय को रेलवे के साथ शेयर करना होगा। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार इन सेवाओं के लिए यात्रियों से चार्ज लेने के बारे में फैसला प्राइवेट कंपनियों को करना है।

प्राइवेट कंपनियों को यात्रियों से किराया वसूलने की रहेगी आजादी

रेलवे के इस बारे में जारी डोकोमेंट्स से यह पता चलता है। रेलवे ने हाल ही में अनुरोध प्रस्ताव (RFQ) जारी कर प्राइवेट कंपनियों को उसके नेटवर्क पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिए आमंत्रित किया है। डोकोमेंट्स में कहा गया है कि अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार बोली लगाने वालों को प्रोजेक्ट लेने के लिए अनुरोध प्रस्ताव में कुल आय में हिस्सेदारी की पेशकश करनी होगी। अनुरोध प्रस्ताव के अनुसार रेलवे ने प्राइवेट कंपनियों को यात्रियों से किराया वसूलने को लेकर आजादी देगी। साथ ही वे राजस्व सृजित करने के लिए नए विकल्प टटोल सकते हैं।

कुल आय में टिकट पर किराया, पसंदीदा सीट का विकल्प भी शामिल होगा

आरएफक्यू में कहा गया है कि कुल आय की परिभाषा अभी विचाराधीन है। वैसे इसमें निम्न बातें शामिल हो सकती है। यात्रियों या किसी तीसरे पक्ष द्वारा यात्रियों को सेवा देने के एवज में संबंधित कंपनी को प्राप्त राशि इसके अंतर्गत आएगा। इसमें टिकट पर किराया राशि, पसंदीदा सीट का विकल्प, सामान/पार्सल/कार्गो (अगर टिकट किराया में शामिल नहीं है) के लिए शुल्क शामिल होगा।

खान-पान, बिछावन, वाई-फाई भी कुल आय का हिस्सा

डोकोमेंट्स के अनुसार कि यात्रा के दौरान सेवाओं जैसे खान-पान, बिछावन, मांग पर उपलब्ध कराई गई कोई चीज, वाई-फाई (अगर टिकट किराया में शामिल नहीं है)। इसके अलावा विज्ञापन, ब्रांडिंग जैसी चीजों से प्राप्त राशि भी कुल आय का हिस्सा होगी।

टिकट किराये पर बोले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन...

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने टिकट किराया महंगा होने की आशंका को खारिज करते हुए कहा था कि ये बाजार और प्रतिस्पर्धी कीमत पर आधारित होगा।

इंजन और ट्रेन खरीदने के लिए स्वतंत्र होगी प्राइवेट कंपनी

प्राइवेट कंपनी कहीं से भी इंजन और ट्रेन खरीदने के लिए स्वतंत्र होगी बशर्तें वे समझौते के तहत निर्धारित शर्तों एवं मानकों को पूरा करते हों। हालांकि समझौते में निश्चित अवधि तक घरेलू स्तर पर होने वाले उत्पादन के जरिए खरीदने का प्रावधान होगा।

109 रूटों पर चलेंगी 151 प्राइवेट यात्री ट्रेनें

गौर हो कि रेलवे ने पहली बार देश भर में 109 रूटों पर 151 आधुनिक यात्री ट्रेनें चलाने को लेकर प्राइवेट कंपनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। इस परियोजना में प्राइवेट सेक्टर से करीब 30,000 करोड़ रुपए का निवेश अनुमानित है।

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