'लॉकडाउन खत्म होने बाद दुनिया की तुलना में सबसे गति से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था'

Growth of Economy : आरबीआई पूर्व गवर्नर डी सुब्बा राव ने कोरोना वायरस संकट खत्म होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से वृद्धि होगी।

India's economy will grow faster than world after Corona Virus Epidemic lockdown ends: D. Subba Rao
पूर्व आरबीआई गवर्नर डी सुब्बा राव  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • पूर्व आरबीआई गवर्नर डी सुब्बा राव ने कहा कि भारत में तेजी से वापसी होगी
  • उन्होंने कहा कि भारत के पास ज्यादातर देशों की तुलना में बेहतर मौका है
  • उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लंबा चलने से लाखों भारतीय हाशिए पर पहुंच जाएंगे

हैदराबाद : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था थम गई है। भारत की भी अर्थव्यवस्था लॉकडाउन की वजह से ठहरी हुई है। इस पर 
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बा राव ने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप खत्म होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था में तेज वापसी की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में वापसी की गति अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में तेज रह सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन लंबा चलने से लाखों भारतीय हाशिए पर पहुंच जाएंगे।

भारत अर्थव्यवस्था V-आकार करेगी वापसी
पूर्व आरबीआई गवर्नर ने वर्तमान परिस्थितियों पर विचारों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि एक्सपर्ट्स की भविष्यवाणी के मुताबिक भारत में तेजी से वापसी होगी, जो अधिकांश अन्य देशों की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा कि और हम V-आकार की वापसी की उम्मीद क्यों करते हैं? क्योंकि एक चक्रवात या भूकंप की तरह यह एक प्राकृतिक आपदा नहीं है। इसमें पूंजी बर्बाद नहीं हुई है। कारखाने अपनी जगह पर ही हैं। हमारी दुकानें भी अभी खड़ी हैं। लॉकडाउन हटते ही हमारे लोग काम करने को तैयार हैं। इसलिए यह काफी संभव है कि V-आकार की वापसी होगी और ऐसे में मुझे लगता है कि भारत के पास ज्यादातर देशों की तुलना में बेहतर मौका है।

वृद्धि दर पूरी तरह से ठहर गई है
सुब्बा राव ने इस मौके पर कहा कि चूंकि अधिकांश एक्सपर्ट का मानना है कि इस वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था में वास्तव में गिरावट आ जाएगी या फिर वृद्धि में काफी गिरावट आएगी। हमें याद रखना चाहिए कि इस संकट के दो महीने पहले भी हमारी वृद्धि दर कम हो रही थी। अब यह वृद्धि दर पूरी तरह से ठहर गई है। राव ने कहा कि पिछले साल वृद्धि दर 5 फीसदी रहने का अनुमान है। जरा सोचिए, पिछले साल 5 फीसदी की वृद्धि और इस साल सीधे गिरावट या शून्य वृद्धि की ओर हम जा रहे हैं, इस हिसाब से सीधे 5 फीसदी की गिरावट है।

 जल्द लॉकडाउन नहीं हटा तो गहराएगा संकट 
सुब्बा राव ने कहा कि यह सच है कि भारत इस संकट में अन्य देशों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करने जा रहा है, लेकिन यह संतोष की बात नहीं है, क्योंकि हम बहुत गरीब देश हैं। यदि संकट बना रहता है और जल्द ही लॉकडाउन नहीं हटाया जाता है, तो यह बहुत संभव है कि लाखों लोग हाशिए पर पहुंच जाएंगे और उनके सामने अस्तित्व को बचाए रखने का संकट खड़ा हो जाएगा। वे मंथन फाउंडेशन द्वारा यहां आयोजित एक वेबिनार में कोरोना वायरस के बाद की स्थिति पर आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे। इसमें आरबीआई की पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोरट ने भी हिस्सा लिया।

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