Inflation: महंगाई आएगी और रुलाएगी भी ! RBI ने कहा -मार्च में पहुंचेगी पीक पर

आंकड़ों में महंगाई भले ही कम हो। पर एक सच ये भी है कि महंगाई से जनता परेशान है और उसमें फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। अगले महीने यानि मार्च में महंगाई पीक पर पहुंच सकती है।

Inflation will reach peak in March as RBI retains CPI inflation forecast at 5.7% for March quarter
महंगाई आएगी और रुलाएगी भी ! मार्च में पहुंचेगी पीक पर 
मुख्य बातें
  • महंगाई इस तिमाही में पीक पर जा सकती है: RBI गवर्नर
  • ना लोन सस्ता होगा ना ईएमआई में कमी होगी क्योंकि ब्याज दरों नहीं हुआ है बदलाव
  • मार्च तक कच्चे तेल की कीमतें भी 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती हैं

Iinflation Forecast: अब बात उस महंगाई की, जो आने वाले वक्त में पीक पर पहुंचने वाली है। महंगाई को लेकर अभी जो संकेत मिले हैं, उसका संदेश ठीक नहीं है। आरबीआई ने ऐलान किया है कि मार्च में महंगाई पीक पर पहुंचेगी। यानि जनता की मुसीबत और बढ़ने वाली है। तो सवाल ये है कि क्या महंगाई सरकार के नियंत्रण से बाहर हो गई है? ये बात खुद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर ने कही है। ना लोन सस्ता होगा,ना ईएमआई में कमी होगी क्योंकि आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट चार फीसदी और रिवर्स रेपो रेट साढ़े तीन प्रतिशत ही बरकरार रखा गया है।

मंहगाई होगी पीक पर

ब्याज दरों में बदलाव नहीं हुआ है। अगर कुछ बदलने वाली है तो वो है महंगाई की चाल जो आने वाले वक्त में और बढ़ सकती है। पिछली तिमाही में जो खुदरा महंगाई दर 5.6 फीसदी थी। वो मार्च में बढ़कर 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हंगाई में तेल पेट्रोल भी डालने वाला है। क्योंकि बजट में 1 अक्टूबर 2022 से नॉन ब्लेंडेड फ्यूल पर 2 रुपये प्रति लीटर की दर से अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगा दी गई है। दरअसल बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार पेट्रोल-डीजल में एथेनॉल ब्लेंडिंग को बढ़ावा दे रही है। 

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ब्लेंडेड फ्यूल में एथेनॉल मिलाया जा रहा है। आप अभी जो सादा पेट्रोल-डीजल ले रहे हैं, वो नॉन ब्लेंडेड होता है।  इधर, एक्स्ट्रा प्रीमियम और स्पीड जैसे पेट्रोल-डीजल ब्लेंडेड रहते हैं। ऐसे में ईंधन में ब्लेंडिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है। अभी कुल बिकने वाले पेट्रोल-डीजल में लगभग 50% नॉन ब्लेंडिंग वाला है।
 

तेल की कीमतें 100 बैरल के करीब

इसलिए सादा पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी लगने से इनकी कीमतें बढ़नी तय हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमत बढ़कर 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने वाली है। इस वजह से भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आग लगनी तय है। ये आग अभी इसलिए नहीं नजर आ रही है, क्योंकि चुनाव है। चुनाव खत्म होते ही तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है। अगर तेल की कीमतें बढ़ीं, तो हर चीजें महंगी होंगी और जनता की परेशानी बढ़ेगी।

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