मुंबई । कोरोना वायरस के बीच मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 1 लाख करोड़ के करीब पहुंच गया है। पिछले 47 दिनों में 8 निवेशों के जरिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 21.06% इक्विटी के लिए कुल 97,885.65 करोड़ रु का निवेश हो चुका है। यह निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था। रविवार को आबूधाबी की ADIA ने 1.16% इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 5,683.50 करोड़ रु के निवेश की घोषणा की है।
जियो प्लेटफॉर्म्स नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी
जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी।1976 में स्थापित, ADIA विश्व स्तर पर आबूधाबी सरकार की ओर से निवेश करता है। ADIA एक वैश्विक निवेश पोर्टफोलियो का प्रबंधन करता है जो दो दर्जन से अधिक परिसंपत्ति वर्गों और उप-वर्गों में है।
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