RTI पर RBI का जवाब, 'जानबूझकर बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने वालों के 68,600 करोड़ रुपए बट्टे खाते में' 

बिजनेस
भाषा
Updated Apr 29, 2020 | 10:28 IST

List of 50 defaulters released : जानबूझकर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाली शीर्ष 50 डिफॉल्टर कंपनियों के 68,607 करोड़ रुपए के बकाए को तकनीकी रूप से बट्टे खाते में डाल दिया है।

Over Rs 68,600 cr of loans of wilful defaulters written off: RTI reply by RBI 
जानबूझकर बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने वालों के रुपए बट्टे खाते में 

नई दिल्ली : देश के बैंकों ने भगोड़े आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी और विजय माल्या से जुड़ी कंपनियों सहित जानबूझकर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाली शीर्ष 50 डिफॉल्टर कंपनियों के 68,607 करोड़ रुपए के बकाए को तकनीकी रूप से बट्टे खाते में डाल दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सूचना के अधिकार कानून (RTI) के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है। बैंक के अनुसार यह स्थिति 30 सितंबर 2019 तक की है। रिजर्व बैंक से आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने रिजर्व बैंक से सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी मांगी थी।

शीर्ष 50 कर्जदारों की सूची जारी 
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रिजर्व बैंक के इस जवाब को सार्वजनिक करते हुए जान-बूझ कर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले शीर्ष 50 कर्जदारों की सूची जारी की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर कहा कि उन्होंने सरकार से संसद में बैंक का कर्ज नहीं लौटाने वाले 50 बड़े डिफॉल्टरों के बारे में जानकारी मांगी थी लेकिन वित्त मंत्री उनके सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अब आरबीआई ने यह सूची जारी की है जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और भारतीय जनता पार्टी के कई 'मित्र' इसमें शामिल हैं। 

राहुल गांधी ने संसद में पूछा था सवाल
राहुल गांधी ने हिन्दी में जारी ट्वीट में कहा कि मैंने संसद में सीधा सवाल पूछा था, देश के 50 सबसे बड़े बैंक कर्ज डिफाल्टरों को नाम बताइए। वित्त मंत्री ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार किया। अब आरबीआई ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के कई मित्रों के नाम इस धोखाधड़ी करने वालों की सूची में जारी किए हैं। यही वजह है कि संसद में इस सच्चाई को छुपाया गया। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने 2014 से लेकर सितंबर 2019 तक 6.66 लाख करोड़ रुपए के कर्ज माफ किए।

डिफॉल्टरों में नंबर वन पर मेहुल चोकसी 
बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने वालों की रिजर्व बैंक की इस सूची में हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स शीर्ष पर है। जिसने 5,492 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाया है। इसके बाद आरईआई एग्रो का नाम है जिसपर 4,314 करोड़ रुपए का बकाया है। तीसरे नंबर पर विनसम डायमंड्स है जिसपर बैंकों का 4,076 करोड़ रुपए का बकाया है। आरटीआई के तहत दी गई जानकारी के मुताबिक रोटोमेक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 2,850 करोड़ रुपए का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया गया है। इसके अलावा कुडोस केमी लिमिटेड ने 2,326 करोड़ रुपए, रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड जिसपर अब रामदेव की पतंजलि का स्वामित्व है, ने 2,212 करोड़ रुपए और जूम डेवलपर्स प्रा. लिमिटेड ने 2,012 करोड़ रुपए का बकाया नहीं चुकाया है।

डिफॉल्टरों की लिस्ट में माल्या 9वें नंबर पर
माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस का इस सूची में 9वां नंबर है जिसपर 1,943 करोड़ रुपए का बकाया है।  जिसे बैंकों ने तकनीकी रूप से बट्टे खाते में डाल दिया है। इसी प्रकार फारएवर प्रीसियस ज्वैलरी एण्ड डायमंड्स प्रा. लिमिटेड पर 1,962 करोड़ का बकाया बट्टे खाते में डाले गए हैं। डेक्कन क्रोनिकल होल्डिंग्स लिमिटेड पर 1,915 करोड़ रुपए का बकाया बट्टे खाते में डाला गया।

आरटीआई जवाब के अनुसार....
आरटीआई जवाब के मुताबिक चोकसी की अन्य कंपनियों गिली इंडिया और नक्षत्र ब्रांड्स पर भी क्रमश: 1,447 करोड़ रुपए और 1,109 करोड़ रुपए का बकाया बट्टे खाते में डाला जा चुका है। आरईआई एग्रों के झुनझुनवाला बंधु पहले से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के घेरे में हैं जबकि विनसम डायमंड्स के मालिकों की कथित धोखाधड़ी पर भी सीबीआई, ईडी जांच कर रहा है। विक्रम कोठारी की कंपनी रोटोमेक इस सूची में चौथे नंबर पर है। वह और उनके पुत्र राहुल कोठारी को बैंक कर्ज धोखाधड़ी के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

राहुल गांधी ने संसद में मांगी थी टॉप 50 डिफाल्टरों की लिस्ट
संसद के पिछले सत्र में राहुल गांधी ने सरकार से देश के बैंक कर्ज नहीं चुकाने वाले शीर्ष 50 डिफाल्टरों की सूची उपलब्ध कराने को कहा था। इसको लेकर लोकसभा में तीखे आरोप प्रत्यारोप हुए और हंगामा भी हुआ। सुरजेवाला ने इस मामले में प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है कि इन उद्योगपतियों से जुड़ी कंपनियों के कर्ज क्यों माफ किये गए।

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