PM Kusum Yojana : किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य के तहत प्रधानमंत्री सोलर पैनल योजना की शुरुआत की गई। इस योजना को सरकार ने प्रधानमंत्री-किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) के नाम से शुरुआत की है। इसे कुसुम योजना भी कहते हैं। इस योजना की शुरुआत कई राज्यों में हो चुकी है। इस योजना से किसानों को दो तरह के लाभ मिलेंगे। पहले पुराने डीजल सिंचाई पंप की जगह सोलर पैनल से चलने वाले सिंचाई पंपों का प्रयोग कर पाएंगे और दूसरा उन्हें खेत में लगे सोलर प्लांट से उत्पन्न बिजली को बिजली कंपनियों को बेच कर एक्स्ट्रा आय के तौर पर 6000 तक कमा सकेंगे। सालाना 80 हजार रुपए तक कमा सकते हैं। सरकार द्वारा इस योजना के तहत एक और बड़ा ऐलान किया है कि सरकार किसानों को सब्सिडी तौर पर सोलर पंप की कुल लागत का 90% रकम देगी। देश के 27 लाख किसानों को लाभ पहुंचेगा। कुसुम योजना के लिए वेबसाइट शुरू हो चुकी है। इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
किसान अपनी बंजर जमीनों पर सोलर पैनल लगाकर के सौर ऊर्जा से बिजली बना सकते हैं तथा इसे विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी बिजली कंपनियों को बेचकर प्रतिमाह पैसा कमा सकते हैं। कुसुम योजना के अंतर्गत 1 मेगा वाट का सोलर प्लांट लगाने के लिए 5 एकड़ जमीन की आवश्यकता है यानी 1 एकड़ जमीन 0.2 मेगा वाट बिजली उत्पन्न करती है। देश के जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं। इसमें आवेदन करना चाहते हैं ।
सरकार किसानों को सब्सिडी के रूप में सोलर पंप की कुल लागत का 90% रकम देगी। कुसुम योजना में बैंक किसानों को लोन के रूप में 30% रकम देंगे। केंद्र सरकार किसानों को बैंक खाते में सब्सिडी की रकम देगी। सौर ऊर्जा उपकरण स्थापित करने के लिए किसानों को केवल 10% राशि का भुगतान करना होगा। सौर ऊर्जा के लिए प्लांट बंजर भूमि पर लगाए जाएंगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए वेबसाइट https://kusum-yojana.co.in/ पर जाना होगा या फिर www.onlinekusumyojana.com पर जाकर अप्लाई करना होगा। वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्लाई के लिए अपना नाम, ईमेल आईडी, फोन नंबर और अपना पता भरना होगा। सोलर पावर मेगावाट सेलेक्ट करना होगा। इसके बाद राज्य और जिले को भी सेलेक्ट करना होगा। सभी जानकारी भरने के बाद आपको मैसेज आएगा।
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य
2022 तक देश में तीन करोड़ पंपों को बिजली या डीजल की जगह सौर ऊर्जा से चलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के पहले चरण में डीजल से चल रहे 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा। यह योजना किसानों को दोहरा लाभ देगी। मुफ्त में सिंचाई के लिए बिजली मिलने के अलावा किसान अतिरिक्त बिजली बना कर ग्रिड को भेजेंगे तो उसकी भी कीमत किसानों को मिलेगी। इस योजना से 28 हजार मेगावाट एक्स्ट्रा बिजली का उत्पादन होगा। पीएम फ्री सोलर पैनल स्कीम 2020 के जरिए डीजल की खपत और कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत वित मंत्री ने 50,000 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है।
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