पीएनबी घोटाला: कुर्क होगी भगौड़े नीरव मोदी की संपत्ति, अभी लंदन की जेल में बंद

बिजनेस
भाषा
Updated Jun 09, 2020 | 12:13 IST

 पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 14 हजार करोड़ रुपए के कर्ज की धोखा धड़ी और मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोपी नीरव मोदी की संपत्ति कुर्क करने की अनुमति दी गई है।

PNB scam: court allows attachment of Nirav Modi's assets
कुर्क होगी भगौड़े नीरव मोदी की संपत्ति 
मुख्य बातें
  • नीरव मोदी पीएनबी बैंक से घोटाला करके देश से फरार है
  • नीरव मोदी हीरा का कारोबार करता था
  • पीएनबी से 14 हजार करोड़ रुपए लोन लेकर देश से भाग गया था

मुंबई : भगौड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम (एफईओए) के तहत कुकीं का पहला आदेश सुनाते हुए महाराष्ट्र की एक विशेष अदालत ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाला मामले में फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी की परिसंपत्तियों को कुर्क करने की सोमवार को अनुमति दे दी। विशेष अदालत के न्यायाधीश वी. सी. बारडे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मोदी की उन परिसंपत्तियों को कुर्क करने के आदेश दिए हैं जो पीएनबी के पास गिरवी नहीं हैं। इसके लिए अदालत ने निदेशालय को एक माह का वक्त दिया है।

दो साल बाद देशभर में पहला ऐसा मामला

एफईओए के प्रभाव में आने के दो साल बाद यह देशभर में पहला ऐसा मामला है जब इस कानून के तहत किसी की संपत्ति की कुर्की का आदेश दिया गया है। इस आदेश के बाद केंद्र सरकार एफईओए की धारा 12(2) और आठ के तहत इन परिसंपत्तियों को कुर्क कर सकती है।

सिर्फ ये संपत्ति होंगी कुर्क 

शारदुल अमरचंद मंगलदास विधि फर्म से जुड़े वरिष्ठ अधिवक्ता नितेश जैन इस मामले में पीएनबी की ओर से पेश हुए। उन्होंने कहा कि अदालत ने केवल उन्हीं संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है जो बैंक के पास गिरवी नहीं रखी गई हैं। 

पेंटिंग कुर्क करने की अनुमति नहीं 

हालांकि विशेष अदालत ने निदेशालय को मोदी के मालिकाना हक वाली और आयकर विभाग द्वारा जब्त की गयी पेंटिंग को कुर्क करने की अनुमति नहीं दी।  बंबई उच्च न्यायालय पहले ही इन्हें नीलाम कर धन जमा करने का आदेश दे चुका है। फिलहाल इससे मिलने वाली राशि को वितरित नहीं किया जाएगा। विशेष अदालत ने कहा कि ईडी के पास छूट है कि वह आयकर विभाग के नियंत्रण वाली पेंटिंग हासिल करने के लिए कानूनी उपाय करे।

ब्रिटेन की जेल में बंद हैं नीरव मोदी

नीरव मोदी (49) वर्तमान में ब्रिटेन की जेल में बंद हैं। मोदी को वहां मार्च 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था। भारत उनके खिलाफ वहां की अदालत में प्रत्यपर्ण की कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।

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