मनचाहा पैसा प्राप्त करना चाहते हैं? निवेश किस तरह करें, इन बातों पर रखें ध्यान

Best Investment Ideas: अपने वित्तीय लक्ष्य समय पर प्राप्त करने के लिए आपको अपने निवेश दृष्टिकोण में कुछ बुनियादी बदलाव करने पड़ सकते हैं। यहां विस्तार से जानिए कुछ महत्विपूर्ण बातें।

Want to achieve financial goals? Keep these measures in mind to keep the investment on the right track
वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निवेश के कुछ टिप्स पर दें ध्यान (तस्वीर-istock) 

बहुत से लोग नियमित रूप से अच्छी-खासी रकम निवेश करने के बावजूद पैसे से जुड़े अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा करने में विफल रहते हैं। ऐसा मुख्य रूप से इसलिए होता है क्योंकि निवेशक अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों के अनुसार अपनी लक्ष्य आवश्यकताओं की ठीक से जांच-परख नहीं करते हैं। इसलिए न सिर्फ अपने लक्ष्यों की पहचान करना और अपने करिअर में जल्द-से-जल्द जरूरी निवेश शुरू करना अहम है, बल्कि समय-समय पर अपनी निवेश योजनाओं में अपेक्षित परिवर्तन करना भी महत्वपूर्ण है। अपने वित्तीय लक्ष्य समय पर प्राप्त करने के लिए आपको अपने निवेश दृष्टिकोण में कुछ बुनियादी बदलाव करने पड़ सकते हैं।

अपने वित्तीय लक्ष्यों की जांच-परख करें

आपके वित्तीय लक्ष्यों में समय के साथ बदलाव हो सकता है। उदाहरण के लिए, आपने 10 वर्षों के बाद 50 लाख रुपए का घर खरीदने का लक्ष्य रखा हो सकता है। लेकिन 5 वर्षों के बाद, आपको शायद महसूस हो कि रियल एस्टेट की कीमतों में वृद्धि के कारण यह लक्ष्य राशि अपर्याप्त है, और तब आपको इसके लिए अगले 5 वर्षों में 75 लाख रुपए की आवश्यकता हो सकती है। आप अपने लक्ष्य से न चूकें, इसके लिए आपको इस अपडेटेड लक्ष्य के अनुरूप अपने निवेश दृष्टिकोण में बदलाव लाना होगा। शुरुआत में लक्ष्य की पहचान करने से आपको निवेश की सही दिशा तलाशने में मदद मिल सकती है; कुछ वर्षों के बाद इसकी जांच-परख करने से आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है कि आप सही रास्ते पर हैं।

जोखिम उठाने की अपनी क्षमता का पुनः मूल्यांकन करें

आपकी जोखिम लेने की क्षमता उम्र बढ़ने, आपकी आय में बदलाव होने, पारिवारिक दायित्वों में वृद्धि होने व अन्य कई कारणों से बदल सकती है। जब आप पैसे से जुड़े अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करना शुरू करते हैं, तो हो सकता है कि तब तक आपके बच्चे न हुए हों और बहुत सारी वित्तीय जिम्मेदारियां न रही हों। समय बीतने के साथ आपकी जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं, और इस तरह जोखिम उठाने की आपकी क्षमता भी कम हो सकती है। जब जोखिम उठाने की क्षमता अधिक हो तो आप अधिक जोखिम वाले निवेश कर सकते हैं, लेकिन जब आपकी जोखिम लेने की क्षमता कम हो जाती है तब आपको अपने निवेश कम जोखिम वाले इंस्ट्रूमेंट में स्विच करने की आवश्यकता हो सकती है। जब आपके पोर्टफोलियो में मौजूद कम जोखिम वाले इंस्ट्रूमेंट पर ज्यादा एक्सपोजर के चलते निवेश पर मिलने वाले रिटर्न कम हो जाता है, तब आपको पैसे से जुड़े अपने लक्ष्य समय पर प्राप्त करने के लिए निवेश राशि बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है।

अपने पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से डाइवर्सिफाई करें

जब आप पैसे से जुड़े अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निवेश करते हैं, तब पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने से आपको जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, बहुत ज्यादा डाइवर्सिफाई करने से आपका समग्र रिटर्न कम हो सकता है, वहीं कम डाइवर्सिफाई होने से आपके पोर्टफोलियो में उच्च स्तर का जोखिम हो सकता है। इसलिए, (आवश्यकतानुसार कई एसेट क्लास और प्रोडक्ट में निवेश करके) डाइवर्सिफिकेशन का यथोचित स्तर बनाए रखना अहम है ताकि आपको पैसे से जुड़े अपने लक्ष्यों तथा आपकी मौजूदा जोखिम क्षमता के साथ तालमेल बिठाकर अच्छा रिटर्न मिल सके।

अपने पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करें

हमेशा यह लक्ष्य रखें कि आपके निवेश पोर्टफोलियो तथा वित्तीय लक्ष्यों के बीच संतुलन बना हुआ है। समय बीतने के साथ, आपका पोर्टफोलियो किसी खास एसेट क्लास की ओर झुक सकता है जो उस समय आपकी जोखिम उठाने की क्षमता का पूरक नहीं हो सकता है। उदाहरण के लिए, मान लें कि आप अपनी निवेश यात्रा की शुरुआत में अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के अनुरूप यह तय किया है कि 20:80 के अनुपात में डेब्ट और इक्विटी में निवेश संतुलन बनाए रखना है। कुछ वर्षों के बाद, आपके पोर्टफोलियो में इक्विटी का हिस्सा बढ़ जाता है, और तब डेब्ट-इक्विटी अनुपात बदल कर 10:90 हो जाता है। तब आप 20:80 का अनुपात फिर से बनाए रखने के लिए डेब्ट में अधिक निवेश करके या इक्विटी से डेब्ट में फंड स्विच करके अपने पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करना चाह सकते हैं।

बेकार पड़ी हुई अपनी सरप्लस बचत राशि का निवेश करें

कई लोग अक्सर अलग-अलग बैंक खातों में या घर पर नकदी के रूप में अपना पैसा यूं ही रखे रहते हैं अगर समझदारी से निवेश किया जाए, तो ऐसे निष्क्रिय फंड से आकर्षक रिटर्न मिल सकता है और ये आपका पैसा बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इस प्रकार, आप अपनी बेकार पड़ी हुई बचत राशि पर कुछ ब्याज पाने के लिए अपने बैंक खाते से लिंक की हुई स्वीप-इन एफडी सुविधा का विकल्प चुन सकते हैं। आप अपनी रिटर्न अपेक्षाओं, जोखिम उठाने की क्षमता और नकदी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, अपनी सरप्लस बचत राशि यानी किसी आपातकालीन स्थिति के लिए रखे गए धन से अतिरिक्त राशि को अन्य निवेश इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना भी चुन सकते हैं।

सुनी-सुनाई बातों या अफवाहों के आधार पर निवेश करना बंद करें

ऐसे निवेशकों की कमी नहीं है जो सुनी-सुनाई बातों या कोरी अफवाहों के आधार पर बिना सोचे-समझे निवेश के बड़े और कड़े फैसले लेते हैं। इस तरह के विवेकहीन निवेश के चलते पैसे से जुड़े आपके लक्ष्यों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके निवेश के फैसले तथ्यों और गहन शोध पर आधारित हों। आपको निवेश और शोध विधियों के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाने का लक्ष्य रखना चाहिए, और इसके लिए आप प्रसिद्ध विशेषज्ञों की पुस्तकें और लेख पढ़ने चाहिए, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म पर वीडियो देखनी चाहिए और ऑनलाइन कोर्स में दाखिला लेना चाहिए। यदि आपको सहायता की आवश्यकता है, तो आपको केवल सेबी में पंजीकृत किसी तटस्थ निवेश सलाहकार से परामर्श करना चाहिए।

टैक्स सेविंग निवेश से परे देखें

पैसे से जुड़े अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करते समय, आपको अपने बीमा लक्ष्यों, पैसे के लक्ष्यों और टैक्स सेविंग लक्ष्यों के बीच अंतर करना चाहिए। कई लोग पारंपरिक बीमा पॉलिसियों और एंडाउमेंट प्लान जैसे प्रोडक्ट में निवेश करते हैं, जिनका उद्देश्य तीनों बॉक्सों पर टिक करना है, लेकिन उनका बीमा कवर और निवेश रिटर्न प्रायः पैसे से जुड़े उनके लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त होता है। इस प्रकार, आपको पात्र बीमा और निवेश उत्पाद खरीदकर अपने स्तर पर टैक्स-कटौती लाभ बढ़ाने का लक्ष्य रखना चाहिए, लेकिन आपको समय पर पैसे से जुड़े अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए टैक्स-सेविंग लक्ष्यों से परे भी देखना चाहिए। इन निवेश उत्पादों का चयन करते समय ध्यान दें कि ये पूरी तरह आपकी रिटर्न अपेक्षाओं और जोखिम उठाने की क्षमता के अनुरूप हों, न कि सिर्फ टैक्स-कटौती लक्ष्यों के अनुरूप।

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)


 

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