Muhurat Trading 2020 : जानिए क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग और आज कब है इसका समय

हर दिवाली के दिन भारतीय शेयर बाजारों में मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) का आयोजन किया जाता है। यहां हम आपको बता दें रहें कि दिवाली के मौके पर आज इस साल इसकी टाइमिंग क्या है और क्यों मनाया जाता है।

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इस दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • लक्ष्मी पूजा के दिन आज मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जा रहा है
  • भारतीय शेयर बाजार इसके लिए खास टाइमिंग की व्यवस्था करता है
  • मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयरों की खरीद बिक्री करना शुभ माना जाता है

नई दिल्ली:  प्रकाश का पर्व दिवाली आज पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह हिंदू वित्तीय वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है। हर साल की तरह इस साल भी जश्न मनाने के लिए भारतीय शेयर बाजार ने स्पेशल व्यापारिक सत्र का आयोजन किया है। स्टॉक ट्रेडर्स और निवेशक इस साल के मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) के लिए कमर कस लिए हैं जो दिवाली के दिन होगा। दिवाली के दिन, भारतीय शेयर बाजार लक्ष्मी पूजन के विशेष समय में एक स्पेशल ट्रेडिंग सत्र की व्यवस्था करते हैं जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। इस दिन व्यापारियों और निवेशकों द्वारा प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने के शुभ घंटों के दौरान हिंदू पंचांग के अनुसार स्पेशल ट्रेडिंग विंडो खुलती है।

दिवाली हिंदू लेखा वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। विशेष अनुष्ठानों में भारत के गुजरातियों और मारवाड़ी समुदायों द्वारा खाता बही और नकद चेस्ट की पूजा करना शामिल है। प्रथा के अनुसार मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू होने से पहले अकाउंट बुक (खाता-बही) की पूजा करते हैं। उनका मानना है कि अगर वे इस दिन अच्छा व्यवसाय होता है तो पूरे साल अच्छा बिजनेस होता है। 

इस साल बीएसई और एनएसई शनिवार 14 नवंबर को शाम 6:15 से 7:15 बजे के बीच मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन कर रहा है। संवत ट्रेडिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण परंपरा है जिसके बाद भारतीय बाजारों में ट्रेडिंग होता है। तो, आइए जानें: मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है और इसमें ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?

मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?

मुहूर्त हिंदी शब्द है, जिसका अर्थ है शुभ समय। यह ग्रहों, तारों औ नक्षत्रों के आधार पर गणना की जाती है। हिंदू ज्योतिष के लिए मुहूर्त महत्वपूर्ण हैं। लंबे समय से भारत में स्टॉक एक्सचेंज मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन कर रहे हैं। यह एक वार्षिक अनुष्ठान है जिसे हर किसी की नजरें होती हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग आमतौर पर शाम को होती है। स्टॉक एक्सचेंज एक घंटे का स्पेशल ट्रेडिंग सेशन की घोषणा करते हैं, जिस दौरान हिंदू व्यापारी और निवेशक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए शेयरों की खरीद और बिक्री में शामिल होते हैं। उनका मानना है कि यह उन्हें पूरे साल सौभाग्य और समृद्धि लाता है। 

मुहूर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) शनिवार (14 नवंबर) को एक घंटे की दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करेंगे। बीएसई और एनएसई दोनों एक घंटे के लिए ट्रेडिंग की अनुमति देंगे, जो शाम 6:15 बजे से शुरू होगा। एक्सचेंजों ने कहा कि एक ब्लॉक डील सेशन इस मुख्य सत्र से पहले और प्री ऑपनिंग सेशन शाम 5:45 से 6:00 बजे के बीच होगा। ट्रेडर्स को शाम 5:15 से 5:45 के बीच लॉगिन करने की सलाह दी जाती है। यह एक्सचेंज 16 नवंबर को दीवाली बलिप्रतिपदा के अवसर पर बंद रहेगा। मंगलवार से सामान्य व्यापार फिर से शुरू होगा।

  1. ब्लॉक डील सेशन: शाम 5:45 से शाम 6:00 बजे तक
  2. प्री ओपन सेशन: शाम 6:00 से शाम 6:08 बजे तक
  3. नॉर्मल मार्केट : शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक
  4. कॉल नीलामी लिक्विडिटी सेशन: शाम 6:15 से शाम 7:15 तक
  5. कट-ऑफ टाइम: शाम 6:15 बजे से शाम 7:40 बजे तक
  6. क्लोजिंग सेशन: शाम 7:20 बजे से शाम 7:30 बजे तक 

मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास

सत्र में एक नए संवत या हिंदू कैलेंडर वर्ष की शुरुआत होती है। ऐसा माना जाता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरे वर्ष समृद्धि और धन लाता है। बीएसई 1957 से मुहूर्त सत्र का आयोजित कर रहा है, जबकि एनएसई 1992 से कर रहा है। पिछले साल के मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में, सेंसेक्स 192 अंक बढ़कर 39,250 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 0.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने के बाद 10598 पर बंद हुआ था।

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