Gold Price in 1947: हाल के कुछ महीनों से सोने की कीमतों में लगातार काफी बढ़ोतरी हो रही है। अब प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 53000 रुपए से अधिक हो गई है। एक्सपर्ट के मुताबिक इसकी कीमत दिवाली तक 60 हजार तक पहुंच सकता है। लेकिन क्या आपको पता 1947 में जब देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था उस समय सोने की कीमत कितनी थी? पिछले 73 वर्षों में कई हजार रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है। 15 अगस्त 1947 को सोने की कीमत 88.62 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। आजादी के समय सोने की कीमत और वर्तमान में सोने की कीमत में तुलना करें तो अब उस समय से 52900 रुपए से अधिक हो गई है। इसमें काफी बढ़त हुई है। 600 गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई है।
पूरी दुनिया में सोना सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब भी दुनिया के बाजारों में उथल-पुथल होती है लोग सोने में निवेश करने के लिए दौड़ पड़ते हैं। पूरी दुनिया में केंद्रीय बैंक सोने के भंडार रखती है। यहां तक की करेंसी (रुपए) छापने के लिए भी सोने को ही आधार बनाया जाता है। वर्तमान में कोरोना वायरस की वजह से सभी सेक्टर में मंदी चल रही है। ऐसे में निवेशक सोना खरीदने में जुटे हुए हैं। इस इसकी कीमत सातवें आसमान पर है। 1964 के बाद सोने की कीमत 1947 के स्तर पर कभी नहीं पहुंची। सोने को फिर से 100 रुपए के लेवल छूने में 3 साल लग गए। हलांकि 1964 के बाद से इसमें लगातार बढ़त ही हुई।
कोरोना काल में सोना और चांदी के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कीमतें प्रतिदिन नई रिकॉर्ड उंचाइयों को छू रही हैं। गहने खरीदने वालों को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। खरीदकर रख लें या कीमत घटने का इंतजार करेंगे। उधर दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले की वजह से निवेश के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले धातु सोना, चांदी निवेशकों के लिए पहली पसंद बनी हुई है।
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