Ramayana Circuit Train:Ayodhya से लेकर Rameshwaram तक के सफर पर पहली 'श्री रामायण यात्रा ट्रेन' रवाना [VIDEO]

बिजनेस
रवि वैश्य
Updated Nov 08, 2021 | 12:16 IST

भारतीय रेल के साथ अब यात्री कर सकेंगे 17 दिन में प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े तीर्थ स्थान जैसे अयोध्या, सीतामढ़ी और चित्रकूट इत्यादि के दर्शन, इसके लिए पहली श्री रामायण यात्रा ट्रेन दिल्ली से रवाना हो गई है।

Ramayana Circuit Train
'श्री रामायण यात्रा ट्रेन' दिल्ली से रवाना हो गई है 

लोगों को तीर्थयात्रा कराने के मकसद से पहली श्री रामायण यात्रा ट्रेन दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हो गई है, इसके रूट की बात करें तो ये श्रद्धालुओं को Ayodhya से लेकर Rameshwaram तक की यात्रा करवाएगी, जानिए जानिए रामायण सर्किट ट्रेन की खासियतें।

दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन रवाना हुई यात्रा का सबसे पहला और अहम पड़ाव है अयोध्या श्रीराम की जन्मभूमि, अयोध्या से ये ट्रेन सीतामढ़ी जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन कराएगी, इसके बाद काशी, चित्रकुट, नासिक, प्राचीन किष्किन्धा नगरी,रामेश्वरम अंतिम पड़ाव होगा...

यात्रा की बुकिंग आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर उपलब्ध है। यात्रा में शामिल सभी यात्रियों को कोविड के दोनो डोज टीके का प्रमाण-पत्र भी लाना होगा। अधिक जानकारी के आईआरसीटीसी की वेबसाइट https://www.irctctourism.com पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। बुकिंग की सुविधा आधिकारिक वेबसाइट पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध है।

श्रीराम से जुड़े तीर्थ स्थल के होंगे दर्शन 

दिल्ली के सफदरजंग से शुरू होने 17 दिनों की इस यात्रा का पहला पड़ाव श्रीराम की जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर श्री हनुमान मंदिर व नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन बिहार के सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान वह नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा। ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा, जहां से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर व चित्रकूट की यात्रा करेंगे। इस दौरान काशी प्रयाग व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा। 

इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा

चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी, जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। नासिक के पश्चात प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोडी का दर्शन लाभ प्राप्त होगा। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी। 

इस ट्रेन में क्या हैं सुविधाएं 

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस पूर्णतया वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां एक आधुनिक किचन कार व यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक एवं स्वच्छ शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी। साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर एवं सीसीटीवी कैमरे भी प्रत्येक कोच में उपलब्ध रहेंगे।

ये है यात्रा का किराया 

आईआरसीटीसी ने एसी प्रथम श्रेणी की यात्रा के लिए रु 102095/- प्रति व्यक्ति एवं एसी द्वितीय श्रेणी की यात्रा के लिए रु 82950/- प्रति व्यक्ति का शुल्क निर्धारित किया है। इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इंश्योरेंस आदि कि सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। 

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