सममुच महंगाई आसमान छू रही या सिर्फ माहौल है, चावल, दाल, आटा, तेल, सब्जी, चाय सबके दाम कितने बढ़े हैं? 

महंगाई को लेकर पिछले कुछ दिनों से विपक्षी दल सरकार को लगातार घेरने में लगी है। सममुच महंगाई बढ़ी है या सिर्फ माहौल बनाया जा रहा है। चावल,दाल,आटा,तेल, सब्जी,चायपत्ती,चाय सबके दाम कितने बढ़े हैं ?

Inflation is skyrocketing? how much have the prices of rice, pulses, flour, oil, vegetables, tea increased?
सचमुच महंगाई है या विपक्ष सिर्फ माहौल बना रहा है? 
मुख्य बातें
  • महंगाई-महंगाई सबकी जुबान पर..सच क्या है ?  
  • 6 महीने में जेब पर डाका पड़ा..या महौल बड़ा ? 
  • तेल, सब्जी,चायपत्ती,चाय की कीमत कितनी बढ़ी ? 

महंगाई को लेकर पिछले कुछ दिनों से विपक्षी दल सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष का दावा है कि चौतरफा महंगाई बढ़ गई है। आम जरूरत की हर चीज महंगी हो गई है। क्या वाकई दाम इतने बढ़ गए हैं। क्या सब्जी, अनाज के दाम आम आदमी के जेब पर डाका डाल रहे हैं? या फिर महंगाई को टूलकिट की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। टाइम्स नाउ नवभारत के 10 रिपोर्टर....देश के 10 अलग-अलग शहरों में निकले...और महंगाई पर सबसे बड़ी तहकीकात की। देखिए...महंगाई पर 10 शहरों से हमारी बड़ी पड़ताल। 

खाने की थाली में चावल न मिले, तो खाना अधूरा लगता हैलेकिन महंगाई के दौर में क्या वाकई चावल भी महंगे हुए हैं। बीते 6 महीने में लखनऊ के थोक मार्केट में सोना मसूरी - 2-5 रुपए प्रति किलो महंगा हुआ है। सांबा चावल 2-5 रुपए प्रति किलो, स्टीम चावल 2-5 रुपए प्रति किलो महंगा हुआ है। बासमती के अलग-अलग किस्म के चावल 10 रु तक महंगे हुए हैं।

चावल की बिक्री पिछले कुछ महीनों में घटी है। दरअसल केंद्र और राज्य सरकार की मुफ्त राशन योजना में चावल मिलते हैं। जिसकी वजह से एक बड़ा वर्ग चावल नहीं खरीद रहा है। सरकारी राशन में मुफ्त चावल मिलने के कारण चावल की कीमतें पिछले 6 महीने में बहुत ज्यादा नहीं बढ़ी हैं। ऐसे में चावल में महंगाई लगभग नहीं के बराबर है। 

दाल पौष्टिक भी होती है और स्वादिष्ट भी लेकिन महंगाई की आंच में दाल भी जेब जलाने लगी है। दाल कोई भी अरहर, चना या फिर मसूर सभी के दाम आसमान चढ़े हैं। दाल के दाम आपको हैरान कर रहे होंगे लेकिन 6 महीने में कितनी कीमत बढ़ी है, वो भी जान लीजिए। अरहर दाल 6 महीने में 5 रुपए प्रति किलो महंगी हुई है। चना दाल भी 5 रुपए प्रति किलो महंगा हुआ है। मूंग दाल की कीमत 110 रुपए से बढ़कर 120 रुपए तक पहुंच चुकी है। मसूर दाल 6 महीने में 90 से बढ़कर 100 रुपए पहुंच गई है। उड़द की दाल 6 महीने में 20 रुपए महंगी हुई है। दालें महंगी हुई हैं लेकिन लोगों को खाना तो रोज खाना है ।मजबूरी है लेकिन दाल तो जरूरी है शायद इसीलिए लोगों ने थाली से दाल थोड़ी कम कर ली है। 

बीते 6 महीने में  एक किलो आलू 5 रुपए प्रति किलो महंगा हुआ है। 6 महीने  में टमाटर के दाम 10 रुपए प्रति किलो तक बढ़े हैं। अदरक 6 महीने में 20 रुपए प्रति किलो तक महंगा हुआ है। नीबू भी 100 रुपए प्रति किलो तक महंगा हो चुका है। 5 किलोग्राम का आशीर्वाद आटा जो 6 महीने पहले तक 185 रुपए में मिला था आज उसकी कीमत 215 रुपए हो गई है। यानी 30 रुपए का इजाफा। आशीर्वाद कंपनी का 5 किलो पैकेट का मल्टीग्रेन आटा 310 रुपए का मिल रहा है। जो छह महीने पहले तक 280 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा था।

साधारण आलू, प्याज और टमाटर के दाम सीजन और महंगे पेट्रोल-डीजल के कारण थोड़े-बहुत बढ़े हैं लेकिन कुछ ऐसी सब्जियां जो आम दिनों में देखने को नहीं मिलती, उनकी कीमतें ज्यादा बढ़ी हैं। 
 

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