Chandigarh News: एक हफ्ते में चंडीगढ़ के हेरिटेज पेड़ों पर चलेगी प्रशासन की कुल्‍हाड़ी, पेड़ों की लिस्‍ट तैयार

Chandigarh News: चंडीगढ़ के एक स्कूल में बीते दिनों हेरिटेज पेड़ हादसे के बाद अब इन पेड़ों पर प्रशासन की कुल्‍हाड़ी चलेगी। जो पेड़ भविष्‍य में मानवीय जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं, उनकी कटाई-छटाई की जाएगी। इसके लिए एडवाजर की तरफ से अधिकारियों को एक सप्‍ताह का समय दिया गया है।

Chandigarh Convent School Accident
कार्मल कान्वेंट स्कूल में गिरा हेरिटेज पेड़   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • खतरनाक हेरिटेज पेड़ों की शाखाओं की होगी कटाई-छटाई
  • मंगलवार को 30 पेड़ों का सर्वे कर 3 पेड़ों की हुई पहचान
  • शहर में मौजूद डेड एंड ड्राई पेड़ों को पूरी तरह हटाया जाएगा

Chandigarh News: कार्मल कान्वेंट स्कूल में हेरिटेज पेड़ गिरने से एक छात्र की मौत और दर्जनों छात्रों के घायल होने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन लगातार कार्रवाई करने में जुटा है। एक तरफ जहां इस हादसे की जांच कराई जा रही है, वहीं सभी स्‍कूलों में सेफ्टी ऑडिट भी किया जा रहा है। इसके अलावा अब प्रशासन ने एक और बड़ा फैसला लिया है। शहर के अंदर मौजूद हेरिटेज पेड़ों पर भी अब प्रशासन की कुल्‍हाड़ी चलेगी।

दअसल, यह हादसा ही 250 साल पुराने हेरिटेज पेड़ की वजह से हुआ है। इसलिए प्रशासन अब शहर के अंदर मौजूद उन सभी हेरिटेज पेड़ों की कटाई-छटांई करेगी, जो जानलेवा हो सकते हैं। इस पूरे कार्य के लिए एक सप्‍ताह का समय दिया गया है। मंगलवार को प्रशासन की टीम ने शहर के 30 हेरिटेज पेड़ों का सर्वे किया, इनमें से तीन पेड़ भविष्‍य में खतरा पैदा कर सकते हैं, इसलिए अब इनकी शाखाओं को काटकर छोटा किया जाएगा। इन तीन पेड़ों में एक पेड़ सुखना लेक पर वाच टावर से पहले मौजूद प्रसिद्ध पीपल का पेड़ भी शामिल है। वहीं दूसरा पेड़ सेक्टर-19 और तीसरा पेड़ सेक्टर-23 में मौजूद है।

अधिकारियों को दिया गया एक सप्‍ताह का समय

स्‍कूलों में सुरक्षा और हेरिटेज पेड़ों की समीक्षा कर एडवाइजर धर्म पाल ने एक बैठक की। इसमें उन्‍होंन हेरिटेज पेड़ों की प्रूनिंग करने का निर्देश दिया था। एडवाइजर के निर्देश पर इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के होर्टिकल्चर विंग, नगर निगम की होर्टिकल्चर विंग और फारेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों की कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी को निर्देश दिया गया है कि वे ग्राउंड लेवल पर हेरिटेज पेड़ों की पूरी तरह से जांच कर उनकी हेल्थ, स्ट्रेंथ और जड़ों की हालत को देखें। साथ ही पेड़ों की कटाई छंटाई और दीमक का उपचार करने का भी निर्देश दिया गया। एडवाइजर ने शहर में उन सभी डेड एंड ड्राई पेड़ों को हटाने का निर्देश दिया, जो मानवीय जीवन और संपत्ति के लिए खतरा बन सकते हैं। इसके लिए अधिकारियों को एक सप्‍ताह का समय मिला है।

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