Chandigarh: यह गैंग देती थी अश्लील वीडियो बनाने के 'टारगेट', 6 महीने में बनाने थे 2000 शिकार, 400 को फंसाया

Chandigarh News: राजस्‍थान से पकड़ी गई सेक्सटॉर्शन गैंग के सदस्‍यों से पूछताछ में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला है कि यह गैंग छह माह पहले ही बनी थी और इस दौरान ही 2000 लोगों को अपना टारगेट बनाकर उन्‍हें फंसाने की कोशिश की। इसमें 400 से ज्यादा लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी की।

Rajasthan sextortion gang
पकड़े गए आरोपियों को ले जाती हुई चंडीगढ़ पुलिस   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • सेक्सटॉर्शन गैंग ने 400 लोगों से की करोड़ों की ठगी
  • 3 आरोपियों को भेजा जेल, 6 आरोपियों से पूछताछ जारी
  • चंडीगढ़ पुलिस ने आई4सी को भेजी गैंग की जानकारी

Chandigarh News: लोगों हनीट्रैप में फंसा कर पहले न्यूड वीडियो बनाने और फिर ब्‍लैकमेल कर लूटने वाले सेक्सटॉर्शन गैंग के सदस्‍यों से पूछताछ में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। चंडीगढ़ पुलिस अब तक राजस्‍थान की इस गैंग के 9 सदस्य को गिरफ्तार कर चुकी हैं, इन सभी से लगातार पूछताछ की जा रही है। इस पूछताछ में कई ऐसे हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं जिससे चंडीगढ़ पुलिस भी हतप्रभा हो गई है। यह गिरोह राजस्‍थान के भरतपुर जिले से ऑपरेट होता था और इस गैंग के सभी सदस्‍य 'टारगेट' के हिसाब से लोगों को लूटने का कार्य करते थे।

गैंग के सदस्‍यों से रिमांड के दौरान पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग को छह माह पहले ही बनाया गया था। इस सेक्सटॉर्शन गैंग के सदस्यों ने इस छह माह के दौरान ही 2000 लोगों को अपना टारगेट बनाकर उन्‍हें फंसाने की कोशिश की और इसमें 400 से ज्यादा लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी की। गैंग के शातिर सदस्‍य लड़की बन वाट्सऐप और फेसबुक के जरिए पहले लोगों से दोस्‍ती करते और फिर उनका न्‍यूड वीडियो बना ब्‍लैकमेल करते।

गैंग की रिपोर्ट भेजी गई इंडियन साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर

चंडीगढ़ पुलिस इस गैंग को पकड़ने और इससे होने वाले खुलासे को काफी बड़ी उपलब्धि मान रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस गैंग और इसके द्वारा अब तक किए गए अपराधों की पूरी रिपोर्ट बनाकर इंडियन साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी)को भेजी गई है। जहां से इन आरोपितों से बरामद किए गए मोबाइल नंबर, पासबुक, चेकबुक, सहित अन्य डाटा की जानकारी देश के सभी राज्‍य की पुलिस तक पहुंचेगा। जिससे इस गिरोह द्वारा दूसरे राज्‍यों में किए गए ठगी के मामलों को सुलझाने में मदद मिलेगी। बता दें कि आई4सी के पास सभी राज्यों के साइबर अपराध के आंकड़े, जानकारी होने के साथ सभी को निर्देश भी दिया जाता है। अब आई4सी की मदद से इस गिरोह द्वारा सभी राज्यों में की गई वारदातों की जांच होगी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के बाद तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, वहीं छह से रिमांड पर अभी भी पूछताछ की जा रही है।

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