Chandigarh News: शहर को अब स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती आबादी से मिलेगा छुटकारा, नगर निगम ने बनाई खास योजना

Chandigarh News: चंडीगढ़ वालों को अब स्ट्रीट डॉग्स के आतंक से निजात मिल सकेगी। नगर निगम इनकी बढ़ती आबादी पर काबू पाने के लिए एक बार फिर से नसबंदी प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है।

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चंडीगढ़ में आवारा कुत्‍तों का आतंक   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • चंडीगढ़ वालों को मिलेगी स्ट्रीट डॉग्स के आतंक से निजात
  • शहर में तेजी से बढ़ रहे स्ट्रीट डॉग्स की संख्‍या पर लगेगी लगाम
  • नगर निगम ने जारी किया टेंडर

Chandigarh News: चंडीगढ़ के लोगों को अब बाहर टहलते हुए स्ट्रीट डॉग्स के काटने का डर नहीं सताएगा। क्‍योंकि इनकी आबादी जल्‍द ही घटने वाली है। नगर निगम स्ट्रीट डॉग्स की आबादी को कम करने के लिए एक बार फिर से नसबंदी अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके लिए निगम ने टेंडर लगाकर कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। कंपनी के साथ करार होते ही स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी शुरू हो जाएगी।

बता दें कि, नगर निगम के पास लगातार इन स्ट्रीट डॉग्स के आतंक की शिकायतें आ रही हैं। लोगों की शिकायत है कि ये स्ट्रीट डॉग्स, गली मोहल्‍लों से लेकर पार्क तक में झुंड बनाकर टहते रहते हैं। जिस वजह से लोगों का घर से निकला मुश्किल हो गया है। यह स्थिति तब और भयानक हो जाती है, जब इनके लिए कोई योजना न हो और न ही नसबंदी का काम हो रहा हो।

सदन ने उठा था स्ट्रीट डॉग्स का मामला

बता दें कि शहर में स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को लेकर सदन की बैठक में भी चिंता जताई जा चुकी है। पार्षदों ने कहा था कि हमारे इतने प्रयासों के बावजूद स्ट्रीट डॉग्स को रोकने में अधिकारी नाकाम रहे हैं। लोग हमें आकर समस्या बताते हैं, लेकिन उनका निवारण नहीं किया जाता। जिसके बाद निगम अधिकारियों ने एक बार फिर से स्ट्रीट डॉग्स के नसबंदी का प्‍लान तैयार कर टेंडर जारी किया है।

शहर में बढ़े स्ट्रीट डॉग्स के काटने के केस

चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फरवरी माह तक सेक्टर-19 और 38 की डिस्पेंसरी में प्रतिदिन 15 से 20 केस स्ट्रीट डॉग्स द्वारा काटने के आते थे, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ ये आकड़ा भी बढ़ गया है। अब प्रतिदिन 40 से 50 केस आ रहे हैं। गर्मी के कारण डॉग्स में बेचैनी बढ़ जाती है, जिससे वे अधिक आक्रमक हो जाते हैं। नगर निगम आयुक्त आनिंदिता मित्रा ने कहा कि स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगर कोई कंपनी नहीं आई तो हम अपने स्तर पर डॉक्टर की व्यवस्था करके इस समस्या को सुलझाएंगे।

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