Noida Airport: उड़ान भरने को तैयार जेवर एयरपोर्ट का रनवे, देश के सबसे लंबे रनवे की ये हैं खूबियां

Jewar Airport: नोएडा स्थित जेवर हवाई अड्डे का रनवे ट्रायल के लिए तैयार है। ट्रायल सफल होने के बाद दिसंबर से इसका नियमित संचालन किया जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट रनवे

Jewar Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले रनवे का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही विमान उतारने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा सकता है। यमुना प्राधिकरण के मुताबिक, 60 मीटर चौड़ा और 2900 मीटर लंबा यह रनवे देश का सबसे बड़ा रनवे है। यह अत्याधुनिक तरीके से तैयार किया जा रहा है। सितंबर महीने से इस पर विमान उतारने और चढ़ाने का ट्रायल शुरू किया जाएगा। ट्रायल के सफलतापूर्वक पूरा होने पर दिसंबर तक नियमित उड़ाने शुरू की जाएंगी। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने मिलेंगी।

ज्यूरिख ने एयरपोर्ट के मास्टर प्लान में बदलाव

इधर, एयरपोर्ट पर अंडरग्राउंड और दूसरे तरीकों से रेल और रोड कनेक्टिविटी दोनों को बेहतर बनाने के लिए प्लानिंग की जा रही है। इंस्ताबुल और बीजिंग की तर्ज पर एयरपोरेट के सभी रनवे के बीच की दूरी को 1.6km से बढ़ाकर अब 2.4km करने का फैसला लिया गया है। ज्यूरिख ने इसे लेकर एक्स मास्टर प्लान का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसे लेकर प्रशासन के एक अधिकारी का कहना है कि एयरपोर्ट के पहले चरण का निर्माण 1334 हेक्टर में किया जा रहा है। पहले चरण में दो रनवे और दो टर्मिनल बिल्डिंग का संचालन किया जाना है। इस साल दिसंबर माह में विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी। रनवे और टर्मिनल का काम 90% तर पूरा किया जा चुका है। इसके बाद साल 2025 में दूसरे रनवे का काम शुरू होना है। इसी बीच एयरपोर्ट बना रही कंपनी ज्यूरिख ने एयरपोर्ट के मास्टर प्लान में बदलाव करने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा है।

एयरपोर्ट के इस प्रस्ताव में कंपनी ने मौजूदा मास्टर प्लान के तहत दो रनवे के बीच की दूरी को 1600 मीटर बताया है। कंपनी का कहना है कि एयरपोर्ट के ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर (जीटीसी) से सड़क और रेल कनेक्टिविटी के लिए इतनी दूरी काफी नहीं है। इसके लिए उन्होंने चीन के बीजिंग और इस्तांबुल के एयरपोर्ट का हवाला देकर इस दूरी को 2400 मीटर करने क प्रस्ताव भेजा है, जिससे कि एयरपोर्ट पर यात्रियों को सभी तरह की कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके।

End Of Feed