Noida Authority Action: नोएडा प्राधिकरण का बड़ा एक्शन, यमुना नदी के डूब क्षेत्र में बुलडोजर से ध्वस्त किए 30 फार्म हाउस, ये दी चेतावनी

Bulldozer In Noida: नोएडा प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाते हुए अवैध निर्माण कर बनाए गए 30 फार्म हाउस को ध्वस्त कर दिया। यह निर्माण सेक्टर 151 स्थित सिंचाई विभाग की जमीन पर कराए गए थे। डूब क्षेत्र में स्थित सिंचाई विभाग की जमीन पर अतिक्रमण और निर्माण किया गया था। अवैध निर्माण और अतिक्रमण करने वालों पर एफआईआर करने का निर्देश दिया गया है।

अवैध निर्माण पर चला नोएडा प्राधिकरण का बुलडोजर

मुख्य बातें
  • सेक्टर 151 स्थित सिंचाई विभाग की भूमि पर हुआ था अवैध निर्माण
  • डूब क्षेत्र की लगभग 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बने थे अवैध फार्म हाउस
  • अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश

Noida News: नोएडा प्राधिकरण ने कड़ा एक्शन लिया है। प्राधिकरण ने सेक्टर 151 स्थित सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए अवैध फार्म हाउस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम कोण्डली बांगर में अवैध एवं अनाधिकृत रूप से डूब क्षेत्र में बनाए गए 30 फार्म हाउस और अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया है। इस कार्य को करने के लिए प्राधिकरण के अतिक्रमण विभाग, भूलेख विभाग नोएडा एवं सिंचाई विभाग ने संयुक्त अभियान चलाया। ये फार्म हाउस डूब क्षेत्र की लगभग 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बनाए गए थे। इन जमीनों की कीमत 40 करोड़ रुपए बताई गई है।

बता दें कि, अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने से अधिकारियों को लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की लिए निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान अतिक्रमण करने वालों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।

पुलिस रही मौके पर तैनात

मिली जानकारी के अनुसार, सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए अवैध फार्म ध्वस्त करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने बुलडोजर का प्रयोग किया। प्राधिकरण के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि प्राधिकरण के वर्क सर्किल-10 , नोएडा भूलेख विभाग, सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम एवं भारी मात्रा में पुलिस बल की मौजूदगी में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माणों को हटाने की कार्यवाई की गई। इस पूरी कार्यवाई में नोएडा प्राधिकरण के लगभग 120 छोटे-बड़े कर्मचारी, 9 जेसीबी मशीनें, 8 डंपरों का प्रयोग किया गया। नोएडा अथॉरिटी के साथ पुलिस और सिंचाई विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान अधिकारियों को लोगों का विरोध झेलना पड़ा। विरोध करने वाले फार्म हाउसों के मालिक और केयर टेकरों का कहना था कि, इस भूमि पर न्यायालय का स्टे है, इसलिए कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।

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