नई दिल्ली: इंग्लैंड को साल 2019 में विश्च चैंपियन बनाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन ने साल 2019 में आईपीएल में इंग्लैंड के खिलाड़ियों के आईपीएल में भाग लेने के बारे में बड़ा खुलासा किया है। मोर्गन के अनुसार ये उनकी टीम की वर्ल्ड कप 2019 के मद्देनजर सोची समझी रणनीति का हिस्सा था। जिसने उनकी टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई।
मोर्गन ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष एंड्रयू स्ट्रॉस से यह फैसला करने की गुजारिश की थी क्योंकि उनका मानना था कि वैश्विक प्रतियोगिता में होने वाले दबाव की बराबरी सिर्फ आईपीएल में की जा सकती है।
मोर्गन ने 'क्रिकबज इन कंवर्सेशन' पर हर्षा भोगले को कहा, 'आईपीएल में खेलना स्ट्रॉस की योजना का हिस्सा था। मैंने उनसे यह फैसला करने का आग्रह किया था क्योंकि अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला में चैंपियन्स ट्रॉफी या विश्व कप के दबाव को दोहराना मुश्किल है।'
उन्होंने कहा, 'उसने मेरे से पूछा कि इसमें अलग क्या है। एक तो आप विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेलते हो तो आप से काफी अपेक्षाएं होती हैं। अगर आप आईपीएल में खेलते हैं तो वहां अलग तरह का दबाव और अलग तरह की उम्मीदें होती हैं। कभी कभी आप इससे बच नहीं सकते और आपको इससे निपटने का तरीका ढूंढना होता है।'
इंग्लैंड ने पिछले साल घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड को हराकर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। मोर्गन ने कहा कि आईपीएल खिलाड़ियों को उनकी सहज स्थिति से बाहर निकलकर प्रदर्शन करने में मदद करता है।
आईपीएल 12 में इंग्लैंड के खिलाड़ी
जोस बटलर, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जॉनी बेयर्स्टो, सैम बिलिंग्स, मोईन अली, जो डेनली, हैरी गार्ने, लियाम लिविंगस्टोन ने भाग लिया था। इयोन मोर्गन ने नीलामी में शामिल नहीं हुए थे।
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