बांग्लादेश क्रिकेट का संकट और गहराया, हड़ताली खिलाड़ियों ने बढ़ाई दो और मांग

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों की बीच चल रहा विवाद समय के साथ और गहरा होता जा रहा है। हड़ताली खिलाड़ियों ने बोर्ड के सामने अब 11 की जगह 13 मांगें रखी हैं।

Shakib al hasan
Shakib al hasan   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • खिलाड़ियों ने अपनी 11 मांगों में जोड़ी दो और मांगें
  • बुधवार देर रात खिलाड़ियों और बीसीबी के बीच होनी है मुलाकात
  • शाकिब अल हसन सहित तकरीबन 49 खिलाड़ी हैं हड़ताल पर

ढाका: बांग्लादेश के क्रिकेट खिलाड़ियों और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के बीच चल रहा विवाद खत्म होने के बजाय दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को हड़ताली खिलाड़ियों ने अपनी 11 मांगों में 2 और नई मांगें जोड़ कर विवाद को नए सिरे से हवा दे दी है। ऐसे में एन सिरे से 13 सूत्रीय मांग बीसीबी के सामने रखने के बाद हड़ताल कर रहे खिलाड़ियों ने कहा है कि वो बोर्ड के साथ अपनी मांगों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। 

क्रिकेटरों की तरफ से बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के वकील बैरिस्टर मुस्तफिजुर रहमान खान बुधवार शाम ढाका के गुलशन होटल में आयोजित खिलाड़ियों की बैठक के बाद प्रेस के सामने आकर यह जानकारी दी।  उन्होंने कहा कि बुधवार रात खिलाड़ी बीसीबी के पास जाकर उनसे बात करेंगे। मुस्तफिजुर ने कहा कि खिलाड़ी अपनी मांग पूरा होने तक क्रिकेट संबंधी गतिविधियों से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा, जितनी जल्दी खिलाड़ियों की मांग पूरी कर देगा खिलाड़ी उतनी जल्दी खिलाड़ी मैदान पर लौटकर क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में भाग लेने लगेंगे। खिलाड़ी मैदान में वापसी करने के लिए उत्सुक हैं। 

हालांकि उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों की भारत दौरे पर नहीं जाने की कोई मंशा नहीं है।  लेकिन खिलाड़ियों ने अपनी पुरानी 11 मांगों में 2 और मांगें शामिल की हैं। जिसमें बोर्ड की कमाई खिलाड़ियों के साथ साझा करना और सभी मांगों को महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी लागू किया जाए।

बांग्लादेश की टेस्ट और टी-20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन, मुस्तफिजुर रहमान, तमीम इकबाल, मोहम्मदुल्लाह रियाद, अब्दुल रज्जाक, सौम्य सरकार, मोमिनुल हक, सब्बीर अहमद, मुस्तफिजुर रहमान, रुबेल हुसैन, आलोक कपाली, तुषार इमरान सहित कुल 49 क्रिकेट खिलाड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौजूद थे। बैरिस्टर मुस्तफिजुर द्वारा 13 मांगें बीसीबी के सामने रखने के बाद शाकिब अल हसन भी मीडिया से मुखातिब हुए। 

शाकिब ने कहा, हम अपनी मांगों को बेहतर तरीके से रखना चाहते थे इसलिए हमें समय लगा। हमें जानकारी मिली है कि बीसीबी हमसे मुलाकात करके इस मसले पर बात करना चाहता है। हम निश्चित तौर पर उनके पास जाएंगे और इस बारे में चर्चा करेंगे। लेकिन उससे पहले हम अपने अगले कदम के बारे में चर्चा करनी होगी।' शाकिब के इस बयान के बाद बांग्लादेश क्रिकेट में उपजे इस विवाद में नया मोड़ आ गया है। इससे पहले बीसीबी ने मीडिया को जानकारी दी थी कि विवाद के समाधान के लिए खिलाड़ियों से बात करना चाहते हैं। 

सोमवार को हड़ताल का ऐलान करने के बाद बागी खिलाड़ियों मे बोर्ड के सामने 11 सूत्रीय मांगें रखी थीं। उन्होंने कहा था कि इन मांगों के पूरा नहीं होने तक वो किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। खिलाड़ियों की मांगों में बीसीबी के मौजूदा अध्यक्ष और क्रिकेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश के सचिव का तत्काल इस्तीफा शामिल है। 

इसके अलावा ढाका लीग के पुराने मॉडल की वापसी, अगले साल से बांग्लादेश प्रीमियर लीग, प्रथम श्रेणी क्रिकेट की मैच फीस को 35 हजार से बढ़ाकर एक लाख टका किया जाना, राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों, स्थानीय कोच, फीजियो, ट्रेनर्स और ग्राउंड्समैन की तनख्वाह में इजाफा करना, घरेलू स्तर पर अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन, घरेलू क्रिकेट का स्थाई कैलेंडर बनाना, ढाका लीग से खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि के बकाया का जल्द भुगतान करने के अलावा विदेशी क्रिकेट लीग्स में बांग्लादेशी खिलाड़ियों के खेलने की अधिक संभावनाओं को सुनिश्चित करना है। 

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