क्राइस्टचर्च: हनुमा विहारी ने शनिवार को कहा कि खराब शॉट चयन के कारण भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दिन 242 रन के स्कोर पर सिमट गयी जबकि पिच इतनी खराब नहीं थी और इससे दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में वापसी की उनकी उम्मीद को झटका लगा है। दूसरे और अंतिम टेस्ट के शुरुआती दिन न्यूजीलैंड ने स्टंप तक बिना विकेट गंवाये 63 रन बना लिये थे।
विहारी ने 70 गेंद में 55 रन की पारी खेलकर प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि वह आक्रमण करना चाहते थे ताकि चेतेश्वर पुजारा अपना नैसर्गिक खेल खेल सकें। विहारी ने कहा, 'हां, निश्चित रूप से, क्योंकि पिच उतनी खराब नहीं थी जैसी हमने उम्मीद की थी।'
उन्होंने कहा, 'उन्होंने सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी की और वे जानते थे कि यह पिच कैसा प्रदर्शन करेगी। पृथ्वी ने लय तय की, पुजारा ने समय लिया। लेकिन सभी खिलाड़ी गलत समय पर आउट हुए। कोई भी खिलाड़ी पिच के कारण आउट नहीं हुआ। ज्यादातर खिलाड़ी अपनी गलतियों से पवेलियन पहुंचे। पिच ठीक ठाक थी।'
इस पिच पर पहली पारी के हिसाब से 300 से ज्यादा का स्कोर आदर्श होता। विहारी शॉर्ट पिच का सामना अच्छी तरह कर रहे थे और उन्होंने कहा कि उनके आउट से पुजारा के नैसर्गिक खेल में भी बाधा पहुंची। दोनों ने वेलिंगटन में पहले टेस्ट में रक्षात्मक खेल दिखाया था जिससे भारत को खामियाजा भुगतना पड़ा था। विहारी ने कहा, 'पुजारा एक छोर पर खेल रहे थे और मैं सकारात्मक खेलकर पारी को आगे बढ़ाना चाहते थे क्योंकि वह ऐसा खिलाड़ी है जो लंबी पारी खेलता है।'
उन्होंने अपनी रणनीति के बारे में बात करते हुए कहा, 'इसलिये मैं भी समय नहीं लेना चाहता था जिससे पुजारा पर या हमारी पारी पर दबाव बढ़ता क्योंकि अगर आप स्कोरबोर्ड को बढ़ाओगे नहीं तो आप पिछले मैच की तरह एक ही जगह अटक जाते। इसलिये मैंने थोड़ा सकारात्मक खेलकर पारी को आगे ले जाने का फैसला किया।'
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