21 फरवरी से शुरू हो रहा है घमासान, जानिए Women's T20 World Cup से जुड़े 10 रोचक फैक्ट्स

21 फरवरी को महिला टी-20 विश्व कप के 7वें संस्करण का आगाज मेजबान ऑस्ट्रेलिया और भारत की भिड़ंत के साथ होने जा रहा है। आइए जानते हैं टूर्नामेंट के 11 साल के इतिहास से जुड़े 10 रोचक तथ्य।

Womens t20 World Cup 2020
Womens t20 World Cup 2020 

नई दिल्ली: 21 फरवरी को सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबले के साथ महिला टी-20 विश्व कप के सातवें संस्करण का आगाज होने जा रहा है। टूर्नामेंट में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के अलावा भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और थाइलैंड की टीमें भाग ले रही है। थाइलैंड की टीम पहली बार टी-20 विश्व कप में हिस्सा ले रही है। टूर्नामेंट का फाइनल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन खेला जाएगा। आईए जानते हैं टूर्नामेंट इतिहास के कुछ रोचक तथ्य। 

ऑस्ट्रेलिया पहली बार कर रहा है मेजबानी 

2009 से 2018 के बीच छह बार विमेंस टी-20 विश्व कप का आयोजन हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में पहली बार विमेंस टी-20 विश्व खेला जाएगा। इससे पहले इंग्लैंड(2009), वेस्टइंडीज(2010, 2018), श्रीलंका(2012), बांग्लादेश(2014) और भारत(2016) विश्व कप की मेजबानी कर चुका है। वेस्टइंडीज दो बार महिला विश्व कप की मेजबानी करने वाला एकलौता देश है।    

इंग्लैंड ने जीता था पहला खिताब 

साल 2009 में पहले महिला टी-20 विश्व कप की मेजबानी इंग्लैंड ने की थी और खिताब भी अपने नाम किया था। फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को मात दी थी और अपनी सरजमीं पर जीत हासिल करने वाली पहली टीम भी बनी थी। इंग्लैंड महिला टी-20 विश्व कप के इतिहास की दूसरी सबसे सफल टीम है। इंग्लैंड की टीम चार बार फाइनल में पहुंची है और एक बार खिताब अपने नाम करने में सफल रही है। इंग्लैंड को इन तीनों ही बार फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। 

ऑस्ट्रेलिया सबसे सफल टीम

महिला टी-20 विश्व कप इतिहास में ऑस्ट्रेलिया सबसे सफल टीम है। साल 2010 से 2018 के बीच लगातार पांच बार वो फाइनल में पहुंचने और चार बार खिताब अपने नाम करने में सफल रही है। पिछले पांच संस्करणों में से 2016 में भारत की मेजबानी में खेले गए विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा वेस्टइंडीज विश्व कप जीतने में सफल रही है।

2022 में दक्षिण अफ्रीका करेगा मेजबानी  

दो साल बाद आठवां महिला टी-20 विश्व कप साल 2022 में दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी में खेला जाएगा।  

फाइनल में नहीं पहुंच सकी है टीम इंडिया 

भारतीय टीम एक बार भी महिला टी-20 विश्व कप के फाइनल में नहीं पहुंच सकी है। साल 2009, 2010 और 2018 में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया लेकिन फाइनल में कदम नहीं रख सकी। साल 2018 में वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।  

सबसे ज्यादा रन  

न्यूजीलैंड की पूर्व कप्तान महिला टी-20 विश्व कप इतिहास की सबसे सफल बल्लेबाज हैं। उन्होंने साल 2009 से 2018 तक विश्व कप में खेले 28 मैच की 28 पारियों में 33.88 की औसत और 115.61 के स्ट्राइकरेट से 881 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 अर्धशतक निकले और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नाबाद 94* रन रहा है।

सबसे ज्यादा चौके-छक्के

महिला विश्व कप में सबसे ज्यादा चौके जड़ने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स के नाम दर्ज है। सूजी बेट्स ने 2009 से 2018 के बीच टी-20 विश्व कप में 28 मैच में 102 चौके जड़े हैं। वो टी-20 विश्व कप में चौकों का शतक जड़ने वाली इकलौती बल्लेबाज हैं। वहीं इसी मामले में दूसरे पायदान पर इंग्लैंड की बल्लेबाज चार्लेट एडवर्ड्स हैं। उन्होंने 24 मैच में उनके बल्ले से 99 चौके निकले हैं। वहीं सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाली खिलाड़ी वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डॉटिन हैं। उन्होंने 27 मैच की 26 पारियों में सबसे ज्यादा 22 छक्के जड़े हैं। वहीं दूसरे पायदान पर भारत की हरमनप्रीत कौर हैं उन्होंने 25 मैच की 19 पारियों में 16 छक्के जड़े हैं। 

सबसे ज्यादा विकेट 

टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एलिसा पेरी हैं। पेरी ने अबतक खेले 32 मैच की 32 पारियों में 16.47 के स्ट्राइक रेट और 5.81 की इकोनॉमी से 36 विकेट लिए हैं। विश्व कप में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 12 रन देकर 3 विकेट रहा है। 

सबसे बड़ी पारी 

महिला टी-20 विश्व कप में सबसे बड़ी पारी ऑस्ट्रेलिया के मेग लेनिन के नाम दर्ज है। लेनिन ने साल 2014 में आयरलैंड के खिलाफ बांग्लादेश के सिलहट में 65 गेंद में 126 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 18 चौके और 4 छक्के जड़े थे। इस पारी के दौरान उनका स्ट्राइक रेट 193.84 का था। इसके बाद दूसरे पायदान पर वेस्टइंडीज की डिएंड्रॉ डॉटिन(112*) और तीसरे पर भारत की हरमनप्रीत कौर (103) हैं। डॉटिन ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप इतिहास की पहली शतकवीर बनी थीं। वहीं हरमनप्रीत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी। 

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