JKCA Scam में खुलासाः चुनाव के वक्त करीबी से बोले थे आरोपी फारूख अब्दुल्ला- BCCI से मिले फंड का पैसा रेडी रखो!

आरोप है कि अब्दुल्ला के कहने पर पैसे वहां से ट्रांसफर किए गए और फिर बाद में और लोगों में वितरित किए गए। 

j&k, jamuu and kashmir, farooq abdullah
तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।  |  तस्वीर साभार: Times Now
मुख्य बातें
  • केस कोर्ट में आएगा, तब हम देखेंगे- बोले अब्दुल्ला
  • सीबीआई जांच में 43 करोड़ की गड़बड़ी सामने आई
  • पूर्व सीएम व नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता पर हैं आरोप 

जम्मू और कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले पर बड़ा खुलासा हुआ है। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई की जांच-पड़ताल में 43 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की बात सामने निकल कर आई है।

बताया गया कि साल 2002 से 2011 के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 112 करोड़ 33 लाख रुपए दिए थे। क्रिकेट एसोसिएशन का खाता एयर कार्गो ब्रांच में था, जबकि बीसीसीआई का फंड बैंक में रखा गया था। पूरे मामले में आरोप जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम व नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला पर हैं। 

बीसीसीआई ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन को साल 2005 से 2012 तक लगातार कुछ फंड दिए थे। यह रकम वहां पर क्रिकेट और उससे जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुहैया कराई गई थी। बताया जा रहा है कि उसी पैसे का गलत इस्तेमाल किया गया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को इस मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट फाइल की है, जिसमें कुछ बारीक जानकारियां निकल आई हैं। उससे पता चला कि कैसे जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के पैसों का गलत इस्तेमाल किया गया।

खासतौर पर 2008 और 2009 के समय अहसान मिर्जा (अब्दुल्ला के करीबी माने जाते हैं) उसने ईडी को बताया कि 2008-2009 के चुनाव के दौरान 'फारूख ने मुझसे कहा था कि आप जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के खाते से पैसा निकाल कर उसे तैयार रखिए, क्योंकि चुनाव है। इलेक्शन में पैसे की जरूरत है।'

आरोप है कि अब्दुल्ला के कहने पर पैसे वहां से ट्रांसफर किए गए और फिर बाद में और लोगों में वितरित किए गए। 

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

अगली खबर