नई दिल्ली: टेस्ट क्रिकेट के लिए कहा जाता है कि एक खिलाड़ी का पूरा परीक्षण इसमें होता है। इसमें धैर्य से लेकर एकाग्रता का पूरा परीक्षण होता है। बल्लेबाज को क्रीज पर जमने के लिए समय लेना होता है और कई सावधानियां बरतते हुए खेलना रहता है। इस प्रारूप को देखते हुए बल्लेबाजों का इस अंदाज में खेलना स्वाभाविक भी है। हालांकि, कुछ क्रिकेटर्स ऐसे भी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी विस्फोटक बल्लेबाजी का नमूना पेश किया और अपना नाम रिकॉर्ड बुक में भी दर्ज करा लिया।
बल्लेबाजों के आक्रामक खेलने की दो स्थिति मानी जाती है। पहला तो कि उसने मैच की स्थिति को देखते हुए अपनी बल्लेबाजी शैली में बदलाव किया होगा या फिर दूसरा कि वह उसका नैसर्गिक खेल है। वैसे, न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के नाम सबसे तेज टेस्ट शतक जड़ने का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है। मैकुलम ने अपने करियर के आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक सिर्फ 54 गेंदों में शतक ठोका था।
भारतीय खिलाड़ियों ने भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ने के मामले में झंडे गाड़े है। हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों के सबसे तेज शतक जमाने के मामले में एक बड़ा ट्विस्ट है। दरअसल, यह रिकॉर्ड दो बल्लेबाज संयुक्त रूप से साझा कर रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं कि कौन से बल्लेबाज इस लिस्ट में शामिल है।
6) हार्दिक पांड्या (86 गेंद बनाम श्रीलंका, 2017) - श्रीलंका के खिलाफ 2017 में अपने करियर के दूसरे टेस्ट में हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 86 गेंदों में शतक जड़ा था। विस्फोटक ऑलराउंडर ने 96 गेंदों में 8 चौके और 7 छक्के की मदद से 108 रन बनाए। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 487 रन बनाए। भारत ने यह टेस्ट 171 रन के विशाल अंतर से जीता था। श्रीलंका की टीम दोनों पारियों में क्रमश: 135 और 185 रन बनाए। हार्दिक पांड्या को शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
5) कपिल देव (86 गेंद बनाम इंग्लैंड, 1982) - पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने इंग्लैंड के खिलाफ लखनऊ में 1982 में केवल 86 गेंदों में शतक जमाया था। यहां आया पहला ट्विस्ट। हार्दिक पांड्या और कपिल देव संयुक्त रूप से इस रिकॉर्ड में पांचवें नंबर पर काबिज है। बहरहाल, कपिल देव ने 98 गेंदों में 16 चौके और दो छक्के की मदद से 116 रन बनाए। भारत ने मेहमान टीम के स्कोर 378/9 के जवाब में 377/7 का स्कोर खड़ा किया। यह मुकाबला ड्रॉ रहा।
4) शिखर धवन (85 गेंदें बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2013) - गब्बर के नाम से मशहूर शिखर धवन ने अपने टेस्ट करियर की धमाकेदार शुरूआत की थी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में अपना डेब्यू करते हुए 85 गेंदों में सैकड़ा जमा दिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 174 गेंदों में 33 चौके और दो छक्के की मदद से 187 रन बनाए। यह डेब्यू में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाया सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 408 रन के जवाब में 499 रन बनाए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 233 रन पर सिमटी और भारत को 133 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने 6 विकेट से मैच जीता और शिखर धवन को मैन ऑफ द मैच का खिताब।
3) वीरेंद्र सहवाग (78 गेंदें बनाम वेस्टइंडीज, 2006) - वीरेंद्र सहवाग तो अपने विस्फोटक अंदाज के लिए ही जाने जाते थे और उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 78 गेंदों में शतक जमा दिया था। भारत ने पहली पारी में 588/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया था। सहवाग ने 190 गेंदों में 20 चौके और दो छक्के की मदद से 180 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज की पहली पारी 215 रन पर ऑलआउट हुई और फिर फॉलोऑन खेलते हुए उसने मैच ड्रॉ करा लिया। सहवाग को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
1) कपिल देव (74 गेंदें, बनाम श्रीलंका, 1986) - कपिल देव संयुक्त रूप से सबसे तेज शतक जमाने वाले भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड मोहम्मद अजहरूद्दीन के साथ साझा करते हैं। श्रीलंका के खिलाफ 1986 कानपुर टेस्ट में कपल देव के बल्ले से तूफानी पारी निकली थी। श्रीलंका ने पहली पारी में 420 रन बनाए थे। जवाब में सुनील गावस्कर, कपिल देव और मोहम्मद अजहरूद्दीन ने शतक जमाए थे। कपिल देव ने 74 गेंदों में शतक जमाया जबकि उन्होंने 165 गेंदों में 163 रन बनाए। भारत ने 676/7 का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह मुकाबला ड्रॉ रहा था। सुनील गावस्कर को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
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