GAME CHANGER: 'मैन ऑफ द मैच' रोहित शर्मा ने इस फैसले को बताया हालात बदलने वाला कदम

Rohit Sharma wins 'Man of the match' award: सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 157 रन से मात देकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई। चौथे टेस्ट में जीत के हीरो रहे रोहित शर्मा ने बताया क्या था गेम चेंजर।

Rohit Sharma
रोहित शर्मा  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • भारतीय ओपनर रोहित शर्मा को चौथे टेस्ट के लिए चुना गया 'मैन ऑफ द मैच'
  • इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में रोहित शर्मा ने जड़ा शानदार शतक
  • विदेशी जमीन पर अपने पहले टेस्ट शतक के बाद रोहित शर्मा ने बताया क्या रहा गेम चेंजर

हिटमैन के नाम से मशहूर भारतीय ओपनर रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में धमाकेदार शतक जड़ा जिसके दम पर टीम इंडिया ने बड़ा स्कोर खड़ा किया और बाद में 157 रनों से मैच भी जीता। रोहित शर्मा ने मैच की दूसरी इनिंग में 127 रनों की शानदार पारी खेली। ये विदेशी जमीन पर रोहित शर्मा का पहला टेस्ट शतक रहा। इंग्लैंड के खिलाफ इस धमाकेदार पारी के लिए उनको ओवल टेस्ट का 'मैन ऑफ द मैच' (Man of the Match) चुना गया। मैच के बाद रोहित ने इस मैच की बातों अलावा ये भी बताया कि इस सीरीज के लिए क्या गेम-चेंजर साबित हुआ।

रोहित शर्मा ने चौथे टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 11 रन बनाए थे, इसलिए दूसरी पारी में उन पर दबाव होना चाहिए था। लेकिन हमेशा की तरह रोहित ने अपने आलोचकों को गलत साबित किया और विदेशी जमीन पर अपना पहला टेस्ट शतक जड़ डाला। उन्होंने छक्के के साथ अपना शतक पूरा किया और आउठ होने से पहले 256 गेंदों में 127 रनों की पारी खेली जिसके दम पर भारत 466 रन का स्कोर और 368 रनों का लक्ष्य खड़ा करने में सफल हुई।

ये विदेश में मेरा पहला टेस्ट शतक, इसलिए सबसे खास भी

इस धाकड़ भारतीय ओपनर ने 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड लेने के बाद कहा, "मैं मैदान पर रहना चाहता था लेकिन वो शतक भी बेहद खास रहा। सौ रन पीछे रहते हुए हम जानते थे कि विरोधी इंग्लिश टीम को 370 के करीब लक्ष्य देना कितना अहम है। बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके दिखाया। ये विदेश में मेरा पहला टेस्ट शतक है, तो जाहिर तौर पर मेरे लिए बेस्ट भी। तीन अंकों का आंकड़ा मेरे दिमाग में नहीं था, हमको पता था कि बैटिंग यूनिट पर कितना दबाव है, हमने अपना सिर नीचे रखते हुए स्थिति के हिसाब से बल्लेबाजी जारी रखी।"

मुझे ओपनिंग की महत्वता पता है

रोहित ने कहा, "बस टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाना चाहता था। चाहे वो 30 रन हो, 80 हो या 150 से ज्यादा रन। मैं मध्यक्रम में बल्लेबाजी करता था लेकिन मुझे पता है कि ओपनिंग का क्या महत्व होता है। एक बार आप पिच पर उतरे तो आपको इसको सफल बनाना होता है। चुनौती को स्वीकार करना और उसका सामना करना होता है।

टेस्ट सीरीज से पहले ये फैसला साबित हुआ गेम-चेंजर

टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद इंग्लैंड में 20-25 दिन का आराम मिला था। खिलाड़ियों ने इस दौरान अपने परिवार के साथ समय बिताने के साथ-साथ अपने खेल पर भी काम किया। उस समय को रोहित शर्मा ने गेम चेंजर करार दिया है। रोहित ने कहा, "डरहम में हमने अपनी तकनीक और ट्रेनिंग पर काम करने के लिए कुछ समय लिया था, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) के बाद हमको 20-25 दिन का आराम मिला था जो कि गेम-चेंजर साबित हुआ है।"

रोहित ने आगे कहा, "हमने अच्छी बल्लेबाजी की क्योंकि हमको चुनौती दी गई थी, खासतौर पर लीड्स में, लेकिन ऐसा होता है।" वहीं चोटिल होने को लेकर रोहित ने कहा, "फीजियो का संदेश है कि हर मिनट इस पर नजर रखो, ज्यादा आगे की सोचने की जरूरत नहीं है।" रोहित शर्मा ने चौथे टेस्ट के अंत में हैमस्ट्रिंग में खिंचाव की शिकायत की थी। 

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