DHONI Birthday: सबसे सफल कप्तान से 'सिक्सर किंग' तक, धोनी के वो 5 रिकॉर्ड, जिन्हें खून-पसीने से सींचा गया

Happy Birthday MS Dhoni: पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। आइए आपको ऐसे ही 5 रिकॉर्ड के बारे में बताते हैं।

MS Dhoni
महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो) 
मुख्य बातें
  • आज है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन
  • अपना 40वां बर्थडे मना रहे हैं एमएस धोनी, आईपीएल में अब भी हैं सक्रिय
  • एमएस धोनी के शानदार क्रिकेट करियर के 5 बड़े रिकॉर्ड्स जिन्हें बड़ी मेहनत से तराशा गया

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी बुधवार को अपना 40वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। 7 जुलाई, 1981 को रांची में जन्मे धोनी ने क्रिकेट जगत में उन बुलंदियों को छुआ, जहां तक पहुंचना हर क्रिकेटर का ख्वाब होता है। वह ना सिर्फ सफल कप्तान रहे बल्कि कामयाब बल्लेबाजी भी साबित हुए। उनकी बतौर फिनिशर भूमिका को शायद ही कोई क्रिकेट फैन भुला पाए। एक दशक से भी अधिक समय तक अपनी धाक जमाए रखने वाले धोनी ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

धोनी ने कुल 16 शतक और 108 अर्धशतक लगाए

धोनी ने साल 2004 में इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था। उन्होंने 90 टेस्ट की 114 पारियों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए। उन्होंने 6 शतक और 33 अर्धशतक जड़े। धोनी ने टेस्ट की तुलना में वनडे में अच्छे औसत से रन जुटाए। उन्होंने 350 वनडे में 50.58 की औसत से 10773 रन जोड़े। उन्होंने 10 सैकड़े और 73 फिफ्टी मारीं। वहीं, धोनी ने 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 37.6 की औसत से 1617 रन बनाए। उन्होंने टी20 में सिर्फ दो अर्धशतक ठोके। गौरतलब है कि धोनी ने अपने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। आइए आपको ऐसे ही 5 अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड के बारे में बताते हैं, जिन्हें माही ने वर्षों लगाकर अपने खून-पसीने से सींचा।

महेंद्र सिंह धोनी के 5 दमदार रिकॉर्ड

  1. धोनी का शुमार दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में होता है। लेकिन धोनी ने एक ऐसा कानामा अंदाज दिया है, जो कोई और कप्तान अभी तक नहीं कर पाया। धोनी तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले विश्व के इकलौते कप्तान हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने टी20 विश्व कप (2007), वनडे विश्व कप (2011) और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (2013) पर कब्जा जमाया।
  2. धोनी वनडे मैचों में सबसे अधिक मर्तबा नाबाद पवेलियन लौटे वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। वह अपने वनडे करियर में 84 बार नॉट आउट रहे। मालूम हो कि धोनी 84 में से 51 बार लक्ष्य का पीछे करते हुए नॉट आउट रहे। भारत ने इस दौरान 47 बार जीत का स्वाद चखा। उनके बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शॉन पोलाक हैं। पोलाक 72 बार नाबाद रहे।
  3. कोई भी खिलाड़ी अपनी अगुवाई में टीम को ज्यादा से ज्यादा जीत दिलाने की फिराक में रहता है। धोनी इस कसौटी पर काफी हद तक खरे उतरे। वह वनडे में कप्तान के रूप में सर्वाधिक जीत हासिल करने के मामले में विश्व में दूसरे नंबर पर हैं। धोनी ने बतौर कप्तान 110 वनडे में जीत दर्ज की। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्ताना रिकी पोंटिंग पहले नंबर पर हैं। उनकी अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने 165 वनडे जीते।
  4. विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी की फुर्ती के क्रिकेट फैंस काफी कायल थे। धोनी जिस तेजी से स्टंपिंग करते थे, बल्लेबाज हैरान रह जाता था। धोनी के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक स्टपिंग करने रिकॉर्ड दर्ज है। धोनी ने 350 वनडे में 123 स्टंपिंग की हैं। वह इकलौते खिलाड़ी हैं, जो 100 स्टंप आउट का आंकड़ा छू सके। 
  5. धोनी लंबे-लंबे छक्‍के लगाने के लिए मशहूर रहे हैं। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में कुल 359 छक्का लगाए। धोनी ने टेस्ट में 70, वनडे में 229 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 52 छक्के उड़ाए। वह वनडे में सबसे अधिक छक्के मारने वाले भारतीय बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर हैं। हालंकि, धोनी एक मामले में छक्कों के सरताज साबित हुए। वह वनडे में 9 मौकों पर छक्‍का जमाकर टीम को जीत दिलाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं। 

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