13 साल पहले भारत ने लिया था 'मंकीगेट' के अपमान का बदला, आज भी फीकी नहीं पड़ी है उस जीत की चमक

भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया में हुए मंकीगेट प्रकरण के बाद पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच में धमाकेदार जीत हासिल की थी। उस जीत की चमक आज तक फीकी नहीं पड़ी है।

INDIA WIN 2008 PERTH
साल 2008 में पर्थ टेस्ट में जीत के बाद जश्न मनाती टीम इंडिया  
मुख्य बातें
  • भारत ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया से आज ही के दिन लिया था मंकीगेट प्रकरण में हुए अपमान का बदला
  • भारतीय तेज गेंदबाजों ने कहर परपाते हुए नहीं जमाने दिए थे कंगारुओं को पैर
  • इस जीत के साथ भारतीय टीम ने की थी सीरीज में धमाकेदार वापसी

नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज के सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान मोहम्मद सिराज पर दर्शकों ने नस्ली टिप्पणी की थी। इसकी वजह से उपजे विवाद ने साल 2008 में सिडनी में ही हुए 'मंगीगेट' प्रकरण की याद दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों के जहन में ताजा कर दी थी। ये विवाद ने इतना ज्यादा तूल पकड़ा था कि नौबत टीम इंडिया के दौरा बीच में छोड़कर वापस स्वदेश तक की आ गई थी। 

सिडनी में टीम इंडिया को करारी हार का सामना करना पड़ा था। मंकीगेट प्रकरण ने भारतीय टीम के सम्मान को गहरी चोट पहुंचाई थी। इसके अलावा सिडनी में मिली हार ने उस विवाद के जख्म को और हरा कर दिया था। ऐसे में अनिल कुंबले की कप्तानी वाली टीम के पास कंगारुओं को मात देकर करारा जवाब देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था। लेकिन चुनौती ये थी कि अगला मुकाबला दुनिया की सबसे तेज पिच पर खेला जाना था। लेकिन भारतीय टीम पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उसने धमाकेदार अंदाज में इस मैच में जीत दर्ज कर सीरीज में वापसी की थी। 

पहली पारी में भारत ने हासिल की बड़ी बढ़त
पर्थ में खेले गए सीरीज के तीसरे मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और राहुल द्रविड़ की शानदार 93 रन की पारी की बदौलत 330 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके बाद गेंदबाजी करने उतरी टीम इंडिया की पेस बैटरी ने कहर परपाते हुए कंगारुओं को झखझोर दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी पहली पारी में 212 रन बनाकर ढेर हो गई। एंड्रर्यू सायमंड्स(66) और एडम गिलक्रिस्ट(55) के अलावा भारतीय गेंदबाजों के सामने नहीं टिक सका। भारत के लिए आरपी सिंह ने 4, इशांत शर्मा और इरफान पठान ने 2-2 विकेट हासिल किए थे और अनिल कुंबले ने 2 विकेट लिया था। 

पहली पारी में  118 रन की बढ़त हासिल करने उतरी भारतीय टीम ने दूसरी पारी में भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए 294 रन का स्कोर खड़ा किया। इस बार वेरी वेरी स्पेशल वीवीएस लक्ष्मण ने 79 रन की पारी खेलकर टीम को 294 के स्कोर तक पहुंचाया।

गेंदबाजों ने दोनों पारियों में मचाया कोहराम
जीत के लिए 413 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम को एक बार फिर भारतीय तेज गेंदबाजों ने पिच पर पैर नहीं जमाने दिए। दूसरी पारी में इरफान पठान ने 3, आरपी सिंह ने 2 और इशांत शर्मा ने 1 विकेट लिया। इसके बाद बची कसर कप्तान अनिल कुंबले और वीरेंद्र सहवाग ने 2-2 विकेट लेकर पूरी कर दी। इस तरह भारत ने 72 रन के अंतर से मैच अपने नाम कर लिया। पहले दो टेस्ट गंवाने के बाद भारतीय टीम का ये कंगारुओं के मुंह पर करारा जवाब था। इस मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था। उन्होंने कुल पांच विकेट लेने के अलावा दोनों पारियों में कुल 74 रन (28 और 46) बनाए थे। 

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