IND vs SL: मोहाली टेस्ट में दोहरा शतक नहीं पूरा कर पाने के बाद रवींद्र जडेजा ने किया बड़ा खुलासा

रवींद्र जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट में दोहरा शतक नहीं पूरा कर पाने के बारे में बड़ा खुलासा किया है। बताया किसका था ये फैसला?

Ravindra-Jadeja-Test-century
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट शतक जड़ने के बाद रवींद्र जडेजा  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • श्रीलंका के खिलाफ रवींद्र जडेजा ने खेली 228 गेंद में 175 रन की नाबाद पारी
  • कप्तान रोहित ने चायकाल से पहले घोषित कर दी 574/8 रन पर अपनी पहली पारी
  • रवींद्र जडेजा ने रोहित शर्मा को खुद भेजा था पारी घोषित करने का संदेश

मोहाली: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन करियर का दूसरा टेस्ट शतक जड़ा। जडेजा भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाने के बाद नाबाद 175* रन बनाकर पवेलियन लौटे। उनके पास करियर का पहला दूसरा दोहरा शतक पूरा करने का मौका था लेकिन उन्होंने कप्तान रोहित को मैसेज भेजकर खुद ही पारी घोषित करने को कहा। 

रोहित पर लग रहे हैं दोहरा शतक नहीं पूरा करने देने के आरोप 
मैच के बाद जडेजा ने इस बात का खुलासा किया। सोशल मीडिया पर जडेजा को दोहरा शतक पूरा करने का मौका नहीं देने के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में जडेजा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद खुलासा किया है कि उन्होंने खुद ही पारी घोषित करने का संदेश भेजा क्योंकि वह चाहते थे कि भारतीय टीम भी पिच से मिल रहे ‘वैरिएबल बाउंस और टर्न’ का फायदा उठा सके।

175 रन की नाबाद पारी खेलकर पवेलियन लौटे जडेजा
जडेजा (228 गेंदों पर नाबाद 175 रन) ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक पूरा किया और अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया जिससे भारत ने आठ विकेट पर 574 रन पर पारी घोषित की। उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और तीन छक्के लगाकर श्रीलंकाई आक्रमण को मजाक बनाकर रख दिया। वो सातवें या उससे निचले पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे बड़ी पारी खेलने का भारतीय रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। इस पारी से पहले यह रिकॉर्ड कपिल देव के नाम दर्ज था। 

पिच पर वैरिएबल बाउंस और स्पिन का उठाना चाहते थे फायदा
जडेजा ने कहा कि वह जानते थे कि यह पारी घोषित करने का सर्वश्रेष्ठ समय था क्योंकि ऐसा करके ही उन्हें प्रतिद्वंद्वी टीम को मुश्किल परिस्थितियों में एक सत्र खिलाने का मौका मिलता। उन्होंने कहा, 'मैंने उन्हें बताया कि पिच पर ‘वैरिएबल बाउंस’ है और गेंदों ने भी टर्न करना शुरू कर दिया है। इसलिये मैंने एक संदेश भेजा कि पिच से कुछ मदद हासिल की जा सकती है और मैंने सुझाव दिया कि हमें अब उन्हें बल्लेबाजी के लिये उतारना चाहिए।'

श्रीलंकाई बल्लेबाजों की थकान का फायदा उठाने की थी योजना
उन्होंने कहा, 'वे पहले ही दो दिन में पांच सत्र तक क्षेत्ररक्षण करते हुए थक चुके थे। इसलिये उनके लिये आते ही बड़े शॉट खेलना और लंबे समय तक बल्लेबाजी करते रहना आसान नहीं था। इसलिये योजना पारी जल्द घोषित करने और प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों की थकान का फायदा उठाने की थी। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो ऐसी कुछ गेंद थी जो टर्न हो रही थीं और नीची रह रही थीं। पिच पर खुद का ‘वैरिएशन’ था।'

अपने पहले ही ओवर में जडेजा ने किया कप्तान करुणारत्ने का शिकार
पिच ने जडेजा को प्रतिद्वंद्वी कप्तान दिमुथ करुणारत्ने का विकेट हासिल करने में भी मदद की। उन्होंने कहा, 'गेंद को स्टंप पर रखने की हमारी योजना थी और अगर हमें ऐसा करते तो यह सीधी जाती या फिर उसी जगह से टर्न लेती और ऐसा ही हुआ। मेरी पहली गेंद (करुणारत्ने को) टर्न हुई और दूसरी गेंद पर मैंने सोचा कि मैं चौथे स्टंप पर गेंद फेंकूंगा और अगर यह टर्न हुई या नीची रही तो एक विकेट लेने का मौका हमेशा था।'

हर मैच में करता हूं प्रदर्शन में सुधार की कोशिश
जडेजा ने रविचंद्रन अश्विन (82 गेंदों पर 61 रन) ने सातवें विकेट के लिये 130 रन जोड़े और फिर मोहम्मद शमी (34 गेंदों पर नाबाद 20) के साथ नौवें विकेट के लिये 103 रन की अटूट साझेदारी की। अपने शतक के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं जब भी भारत के लिये खेलता हूं तो प्रत्येक मैच में अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करता हूं। जब मुझे रन जोड़ने का मौका मिलता है तो मैं मौके को प्रदर्शन में तब्दील करने की कोशिश करता हूं इसलिये मैं बहुत खुश हूं।'

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

अगली खबर