पिता के संघर्ष में छिपी है राधा यादव की सफलता की कहानी, टी20 विश्‍व कप में मचाई सनसनी

Radha Yadav rising star of Team India: यादव ने भारतीय टीम के श्रीलंका के खिलाफ अपने टी20 अंतरराष्‍ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्‍ठ गेंदबाजी की और 4 ओवर के अपने कोटे में 23 रन देकर चार विकेट चटकाए।

radha yadav
राधा यादव 
मुख्य बातें
  • राधा यादव ने श्रीलंका के खिलाफ 4 ओवर में 23 रन देकर 4 विकेट चटकाए
  • राधा यादव को इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्‍लेयर ऑफ द मैच चुना गया
  • टीम इंडिया ने टी20 विश्‍व कप के अपने आखिरी ग्रुप चरण मैच में श्रीलंका को मात दी

नई दिल्‍ली: टीम इंडिया की बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव ने शनिवार को टी20 विश्‍व कप में श्रीलंका के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन करके अपनी छाप छोड़ी। यादव ने भारतीय टीम के आखिरी ग्रुप चरण मैच में श्रीलंका के खिलाफ अपने टी20 अंतरराष्‍ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्‍ठ गेंदबाजी की और 4 ओवर के अपने कोटे में 23 रन देकर चार विकेट चटकाए। टीम इंडिया ने 32 गेंदें शेष रहते 7 विकेट से मैच जीता। राधा यादव को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्‍लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

आज हर घर में पहचाने जाने वाली राधा यादव की कहानी संघर्षों से भरी हुई है। वह 2014-15 में वडोदरा से महाराष्‍ट्र शिफ्ट हो गईं। यह उनके करियर का टर्निंग प्‍वाइंट साबित हुआ क्‍योंकि कुछ ही सालों में उन्‍हें राष्‍ट्रीय टीम में मौका मिला। 

संघर्ष के बाद मिली सफलता

राधा यादव को सफलता हासिल करने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। राधा का परिवार मुंबई के कांदिवली में 225 स्‍क्‍वायर फुट घर में रहता है। राधा के पिता दूध बेचते हैं। बेटी की जरुरतों को पूरा करना उनके लिए आसान नहीं था। हालांकि, बेटी के सपने को पूरा करने के लिए कभी परिवार दो के बजाय सिर्फ एक बार खाना खाकर रह जाता था। यादव ने अपनी पढ़ाई विद्या कुंज स्‍कूल से की। यहां से उनके क्रिकेट करियर को नई ऊंचाई मिली। राधा के परिवार ने भी काफी समझौते किए, जिसका असर आज उनके खेल पर साफ दिखता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि राधा आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श बन चुकी हैं।

इन्‍होंने पहचानी प्रतिभा

राधा के क्रिकेट की प्रतिभा की पहचान का श्रेय प्रफुल्‍ल नाईक को जाता है। करीब 6-7 साल पहले की बात है। नाईक ने राधा को गली के लड़कों के साथ टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते हुए देखा था। यह राधा के लिए सबसे बड़ा पल साबित हुआ। उनकी जिंदगी यहां से बदल गई। नाईक ने राधा के माता-पिता से बात की और उन्‍हें क्रिकेट क्‍लब भेजने का आग्रह किया। राधा ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और दमदार प्रदर्शन करके राष्‍ट्रीय टीम में जगह हासिल की। राधा ने लगातार 21 अंतरराष्‍ट्रीय मैचों में कम से कम एक विकेट लेने का कमाल किया है।

प्‍लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद क्‍या कहा

राधा यादव ने मैच के बाद कहा, नरेंद्र हिरवानी हमारे (टीम) साथ पिछले साल वेस्टइंडीज के दौरे के समय से है। उन्होंने निश्चित तौर पर मेरी गेंदबाजी पर काफी काम किया है। मैं जरूरत से ज्यादा सोचने लगती थी, जिससे मेरे दिमाग में कई चीजें आ जाती थी, लेकिन उन्होंने मुझे सोच और दिमाग को स्पष्ट रखने में काफी मदद की।' भारतीय टीम ने मौजूदा टी20 विश्‍व कप के अपने सभी लीग मैच जीतकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया और राधा ने उम्मीद जतायी की टीम आने वाले दिनों में वह और बेहतर प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा, 'हम इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे, इसलिए मैं काफी खुश हूं कि टीम ने लगातार चार मैचों में जीत दर्ज की। मैं अभी अच्छा महसूस कर रही हूं और सेमीफाइनल में और बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगी।'

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