मुरलीधरन ने बताया, सचिन से नहीं इस भारतीय बल्लेबाज से खाते थे खौफ...

मुथैया मुरलीधरन ने बताया क्यों नहीं लगता था सचिन तेंदुलकर के खिलाफ गेंदबाजी से डर.  

Muttiah Muralitharan
मुथैया मुरलीधरन 
मुख्य बातें
  • सचिन तेंदुलकर के खिलाफ गेंदबाजी करना मुरलीधरन के लिए था मुश्किल
  • लेकिन उन्हें नहीं लगता था उनके सामने गेंदबाजी करने में डर
  • वीरेंद्र सहवाग उड़ाते थे मुरली की गेंदों की धज्जियां

नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने अपने बल्ले के जोर पर न जाने दुनियाभर के कितने गेंदबाजों की रातों की नींद उड़ा दी। लेकिन एक गेंदबाज ऐसा है जिसे सचिन के सामने गेंदबाजी करने से डर नहीं लगता था क्योंकि वो उन्हें अपने बल्ले से वीरेंद्र सहवाग जैसे जख्म नहीं दे पाए। 

जी हां, ये सच है और इस बात का खुलासा टेस्ट और वनडे क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने किया है। मुरलीधरन का मानना है कि दुनिया में केवल दो बल्लेबाज ऐसे हुए हैं जिन्होंने उनकी गेंदों को पूरे करियर सही तरीके से पढ़ा। उनके सामने गेंदबाजी करने में उन्हें परेशानी पेश आई। ये दो बल्लेबाज थे वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा और नजफगढ़ के नवाब के नाम से मशहूर भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग। 

मुरलीधरन ने लारा की जमकर तारीफ की है लेकिन ये भी माना है कि उन्हें सहवाग के सामने गेंदबाजी करने में डर लगता था। वो सहवाग के खिलाफ डिफेंसिव फील्डिंग लगाते थे। 

मुरलीधरन से जब सचिन तेंदुलकर के खिलाफ गेंदबाजी करने के अनुभव के बारे में पूछा गया तो महान गेंदबाज ने कहा कि सचिन के खिलाफ गेंदबाजी के दौरान वैसे जख्म नहीं मिले जो सहवाग ने दिए थे। सचिन के सामने गेंदबाजी करना उनके लिए परेशानी का सबब नहीं था। सचिन को आउट करना मुश्किल जरूर था लेकिन वो आपको दर्द नहीं देते थे।

किसी भी स्थिति में तेजी से रन बनाते थे सहवाग
वीरेंद्र सहवाग के खिलाफ खेल के दिनों को याद करते हुए मुरलीधरन ने कहा, स्थिति कैसी भी हो सहवाग केवल तेजी से रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। इसी वजह से ऑफ स्पिनर्स को उनके लिए डिफेंसिव फील्डिंग लगानी पड़ती थी। 



किसी भी गेंदबाज की उड़ा सकते थे धज्जियां
मुरलीधरन ने कहा, सहवाग के लिए हम रक्षात्मक फील्डिंग लगाते थे क्योंकि हमें मालूम था कि वो रिस्क लेंगे। लारा की तरह वो किसी भी गेंदबाज की कद्र नहीं करते थे। उन्हें इस बात का विश्वास था कि अपने दिन वो किसी भी गेंदबाज की धज्जियां उड़ा सकते हैं। इसलिए हम उनके खिलाफ रक्षात्मक होकर उनके गलती करने का इंतजार करते थे।
 
2 घंटे में 150 रन बनाने वाला था एटीट्यूड

उन्होंने आगे कहा, सहवाग ऐसे खिलाड़ी थे जो टेस्ट मैच में 2 घंटे के खेल में 150 रन बनाने की क्षमता रखते थे। ऐसा ही उनका एटीट्यूड था। लंच के बाद वो आउट होकर पवेलियन लौटते तब तक वो 150 का आंकड़ा पार कर लेते थे। 

सचिन तेंदुलकर के बारे में मुरलीधरन ने कहा, सचिन उनके खिलाफ अपना विकेट बचा पाने में सफल रहते थे क्योंकि तकनीकि तौर पर वो सबसे परिपूर्ण खिलाड़ी थे। इसीलिए उन्हें आउट करना भी मुश्किल था। 


 

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

अगली खबर